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17-Mar-2023 05:40 PM
By Ganesh Samrat
PATNA: बिहार की सत्ता में आने से पहले तेजस्वी यादव ने जो वादे किया था, उसका हश्र क्या हुआ ये शुक्रवार को बिहार विधानसभा में दिखा. विधानसभा में माले विधायक गोपाल रविदास ने कहा-बिहार में हमारी महागठबंधन की सरकार है. हम सत्ता में नहीं थे तो वादा किये थे. हमने ममता कार्यकर्ताओं का पैसा बढ़ाने का वादा किया था. अब माननीय उप मुख्यमंत्री उसी स्वास्थ्य विभाग के मंत्री हैं. वादे के मुताबिक पैसा तो बढ़ा दीजिये. तेजस्वी यादव बोले-सरकार के पास ऐसा कोई प्रस्ताव नहीं है.
मामला बिहार के ममता कार्यकर्ताओं का है. बिहार सरकार ने ग्रामीण इलाकों में गर्भवती महिलाओं का सुरक्षित प्रसव कराने में मदद करने के लिए ममता कार्यकर्ता बना रखे हैं. उन्हें हर प्रसव पर 300 रूपये का मानदेय दिया जाता है. माले विधायक गोपाल रविदास ने सवाल पूछा था कि क्या सरकार ममता कार्यकर्ताओं का पैसा बढ़ायेगी. विधायक का कहना था कि ममता कार्यकर्ताओं को महीने में बमुश्किल 2-3 हजार रूपये मिल पाते हैं. ये तो सरकार द्वारा तय न्यूनतम मजदूरी से भी कई गुणा कम है. इसलिए सरकार उन्हें हर महीने कम से कम 15 हजार रूपये दे.
विधायक के सवाल का जवाब देते हुए उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार के पास ममता कार्यकर्ताओं का पैसा बढ़ाने का कोई प्रस्ताव नहीं है. उन्हें प्रति प्रसव 300 रूपये दिया जाता है. इसके बाद माले विधायक गोपाल रविदास ने तेजस्वी को उस वादे की याद दिलायी जो सत्ता में आने से पहले किया था. दरअसल 2020 के विधानसभा चुनाव में तेजस्वी यादव ने ममता कार्यकर्ताओं का मानदेय बढ़ाने और उन्हें हर महीने मानदेय देने का वादा किया था. माले विधायक ने उसी वादे की याद दिलायी.
लेकिन डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव अपने पुराने वादे पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हुए. गोपाल रविदास सदन में कहते रहे-सरकार कम से कम ये तो कहे कि ममता कार्यकर्ताओं के बारे में सकारात्मक तरीके से विचार करेगी. लेकिन डिप्टी सीएम ये आश्वासन देने को भी तैयार नहीं हुए.