Bihar land : घुसपैठियों ने कितनी जमीन पर किया कब्जा? सामने लाएं पूरा डाटा; मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने राजस्व कर्मचारियों को दिए निर्देश land dispute : गड़बड़ करने वाले अफसरों को श्मशान तक खोजेंगे विजय सिन्हा, पूर्णिया में जनसंवाद के दौरान गरजे राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री Bihar land mafia news : जमीन माफिया के खिलाफ कार्रवाई करने वाले कर्मचारियों को मिलें विशेष सुरक्षा, विजय कुमार सिन्हा ने DM-SP को दिए निर्देश Bihar Land Minister : जमीन मामले की शिकायत में गड़बड़ घोटाला कर रहे थे थानेदार ! विजय सिन्हा ने SP को कहा -सीधा एक्शन लीजिए Vijay Kumar Sinha : बिहार भूमि सुधार मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने जमीन गड़बड़ी मामले में लिया सख्त एक्शन, कर्मचारी को लेकर को दिया यह निर्देश NHAI Bhagalpur : बाहर से चमकदार, अंदर से जर्जर, इस पुल पर कभी भी हो सकता है बड़ा हादसा; ओवरटेकिंग पर 10 हजार का जुर्माना Bihar crime : पति-पत्नी की खलिहान में गला काटकर हत्या, आपसी विवाद की आशंका Rabri Devi residence : 'न जाने कौन सी माया ...', राबड़ी देवी का 10 सर्कुलर रोड बंगला खाली करने पर सियासत गरम, JDU ने कहा - सरकारी संपत्ति का ध्यान रखें CBI raid : बिहार में CBI की बड़ी छापेमारी, 10 साल से फरार ठगी का मुख्य आरोपी गिरफ्तार Dharma Parivartan : बहला-फुसलाकर हिन्दुओं का करवाया जा रहा था धर्म परिवर्तन, स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर हुई घर वापसी
21-Sep-2020 03:05 PM
PATNA: बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस संबोधित किया. दिलचस्प ये है प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले यह एलान करवाया गया कि डिप्टी सीएम सिर्फ कृषि बिल से संबंधित सवालों के जवाब ही देंगे. आमतौर पर ऐसा होता नहीं है लेकिन इससे साफ जाहिर होता है प्लान को लेकर दिया जाने वाला डिप्टी सीएम का बयान कितना हल्का था और उससे सुशील मोदी की फजीहत किस तरह से बढ़ी है.
दिलचस्प ये है कि कृषि बिल को लेकर आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में डिप्टी सीएम रघुवंश प्रसाद सिंह को लेकर आरजेडी पर हमला बोलते रहे और दूसरी राजनीतिक बातें भी करते रहे. लेकिन इस प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले यह एलान करवाया कि कोई राजनीतिक सवाल नहीं पूछे जाएंगे.
1 सप्ताह पहले बिहार के डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने कहा था कि बिहार में पलायन की परंपरा रही है. बिहार के लोगों को पलायन में आनंद आता है. डिप्टी सीएम ने कहा था कि दो जून की रोटी कमाने के लिए कोई बाहर नहीं जाता. इस बयान ने न सिर्फ बीजेपी बल्कि जेडीयू की भी फजीहत बढ़ा रखी थी. ना तो जेडीयू बीजेपी के बड़े नेता इस बयान को लेकर कुछ बोलने को तैयार थे और ना ही सरकार के कोई मंत्री. इस बयान ने सुशील मोदी को किस तरफ से व्यक्त पर लाकर खड़ा किया है उसकी वानगी देखने को मिली है.