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07-Jan-2024 08:56 AM
By First Bihar
PATNA : बिहार में सीट बंटवारे को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी जदयू काफी नाराज बताई जा रही है। जदयू के नेता के तरफ से बढ़-बड़ी या कहा जा रहा है कि इस मामले को जितना जल्द निपटा लिया जाता हमारे लिए उतना ही बेहतर होता। लेकिन इसमें हो रही देरी से सबको नुकसान हो रहा है। जदयू का कहना है कि यदि हम जल्दी सभी चीजों को पूरा कर लेते हैं और भाजपा को रोकने में सफल हो पाते हैं तो इसका सबसे ज्यादा लाभ कांग्रेस को होगा इसलिए इस मामले को जल्द से जल्द निपटा लेना चाहिए।
दरअसल, बिहार के भवन निर्माण मंत्री सह जदयू के झारखंड प्रभारी अशोक चौधरी रांची में मौजूद थे। जहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि - हाल ही में चार राज्यों में चुनाव हुए यदि इन राज्यों में इंडिया गठबंधन के नेता सहयोगी के रूप में प्रचार प्रसार करते तो फिर इसका व्यापक असर देखने को मिलता और भाजपा को काफी नुकसान उठाना पड़ता। लेकिन ऐसा हुआ नहीं और जो रिजल्ट आया वह आप लोगों के सामने है।
इसके आगे उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में विपक्षी गठबंधन भाजपा को रोकने में सफल होता है तो इसका सबसे अधिक लाभ कांग्रेस को मिलेगा इसलिए सीटों के बंटवारे को लेकर कांग्रेस को थोड़ा समझौता तो करना होगा। वहीं, झारखंड में जदयू कितने सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार है। इस सवाल पर उन्होंने कहा कि चुनाव के घोषणा के बाद पार्टी इस पर आकलन करने के बाद में लगी अभी इस बारे में कुछ भी कहना उचित नहीं होगा।
अशोक चौधरी ने कहा कि केंद्रीय एजंसियों की विश्वसनीयता समाप्त हो रही है। पारदर्शिता का अभाव है। इससे पहले कार्यकर्ता मंथन शिविर में 21 जनवरी को रामगढ़ में प्रस्तावित नीतीश जोहार कार्यक्रम को सफल बनाने पर व्यापक चर्चा हुई। इसमें 50 हजार कार्यकर्ताओं, लोगों को लाने का लक्ष्य निर्धारित करते हुए प्रदेश नेताओं को कई टास्क सौंपे गए।
बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो एवं संचालन प्रदेश महासचिव श्रवण कुमार ने किया। बैठक में प्रदेश प्रभारी ने कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के बाद किसी दूसरे राज्य में नीतीश कुमार की पहली जन सभा है। यह जनसभा झारखंड में जदयू और जदयू कार्यकर्ताओं का भविष्य तय करेगी। नीतीश जोहार कार्यक्रम के संयोजक मधुकर सिंह ने कहा कि नीतीश कुमार ने रामगढ़ का निमंत्रण स्वीकार किया है। अब हमारी जवाबदेही इस कार्यक्रम को सफल बनाने की है।