ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा Bihar Election 2025: ‘सरकार बनी तो 20 महीने में चीनी मिल चालू करेंगे’, दरभंगा में तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणा मंत्री अशोक चौधरी और JDU महासचिव रंजीत झा का जहानाबाद में जनसंपर्क, कहा- CM नीतीश के नेतृत्व में विकसित बिहार का सपना हो रहा साकार Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया Bihar Election 2025: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव की दहाड़, नाम लिए बिना पाकिस्तान को कुत्ते की पूंछ बताया देश मे अमन शांति बनाए रखने के लिए महागठबंधन की सरकार जरूरी: मुकेश सहनी देश मे अमन शांति बनाए रखने के लिए महागठबंधन की सरकार जरूरी: मुकेश सहनी Bihar Election 2025: बिहार में चुनाव प्रचार करेगी अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी, 20 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की Bihar Election 2025: बिहार में चुनाव प्रचार करेगी अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी, 20 स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की Railway Updates Bihar : बिहार के रेलवे स्टेशनों पर बड़े फैसले, बनाए जाएंगे सात परमानेंट होल्डिंग एरिया

जेल में कदम रखते ही शरीर में होने लगी कपकपी, इलाज के दौरान कैदी की मौत

जेल में कदम रखते ही शरीर में होने लगी कपकपी, इलाज के दौरान कैदी की मौत

31-Aug-2024 04:51 PM

By RITESH HUNNY

SAHARSA: सहरसा मंडल कारा में बंद कैदी प्रमोद शर्मा की मौत सदर अस्पताल में ईलाज के दौरान शनिवार की सुबह 6:45 में हो गई। मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। जेल में कदम रखते ही कैदी के शरीर में कपकपी शुरू हो गयी। तीन दिनों तक इलाज चला लेकिन डॉक्टर उसे नहीं बचा पाए। सदर अस्पताल में इलाज के दौरान बंदी की मौत हो गयी।  


मृत बंदी की पहचान कटिहार के कुरसेला थाना क्षेत्र अंतर्गत समेली वार्ड 26 निवासी महादेव शर्मा के बेटे प्रमोद शर्मा के रूप में हुई है। सहरसा कांड संख्या 884/24 के अंतर्गत 27 अगस्त की शाम में प्रमोद शर्मा को सहरसा जेल लाया गया था। जेल में आते ही बंदी के शरीर में कंपन होने लगा था। जिसके बाद उसे सहरसा सदर अस्पताल ले जाया गया। 


जहां इलाज होने के बाद 29 अगस्त की शाम को डिस्चार्ज किया गया। जिसके बाद बंदी को फिर जेल में ले जाया गया। 30 अगस्त को दोपहर में फिर से बंदी के शरीर में कंपन होने लगा। तुरंत जेल में ही बंदी का प्राथमिक इलाज किया गया जिसके बाद उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां इलाज के दौरान बंदी की मौत हो गयी।