ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार के इन जिलों में इंडस्ट्रियल हब का निर्माण, रोजगार की आने वाली है बाढ़.. Bihar News: बिहार के इन जिलों में एयरपोर्ट का निर्माण, गया हवाई अड्डे को बनाया जाएगा इस मामले में खास.. ISM पटना में व्याख्यान का आयोजन: इसके माध्यम से युवाओं को मिला लैंगिक संवेदनशीलता का संदेश Bihar Cabinet Meeting: नीतीश कैबिनेट का बड़ा फैसला...इस विभाग में 459 लिपिक की होगी बहाली..इन आंदोलनकारियों की पेंशन राशि में भारी वृद्धि अररिया में लूट की कोशिश नाकाम: एक्सीडेंट में घायल हुए दो बदमाश, ग्रामीणों ने हथियार के साथ पकड़ा Bihar Education News: 1st Bihar की खबर का बड़ा असर, भ्रष्टाचार में लिप्त A.E. की सेवा होगी समाप्त.. शिक्षा विभाग को भेजा गया प्रस्ताव, करप्शन की जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी Patna News: पटना में स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, ड्रोन से होगी निगरानी Patna News: पटना में गंदगी फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई, इस दिन से अभियान शुरू Janmashtami 2025: जन्माष्टमी पर क्यों तोड़ी जाती है दही हांडी? जानिए... इस परंपरा का इतिहास और महत्व Bihar News: बिहार में मिला इतने हजार करोड़ का खनिज, खजाने की ई-नीलामी की तैयारी में जुटी केंद्र सरकार

अवमानना केस में प्रशांत भूषण ने SC से माफी मांगने से किया इंकार, बोले..ट्वीट उनके विश्वास का प्रतिनिधित्व करते हैं

अवमानना केस में प्रशांत भूषण ने SC से माफी मांगने से किया इंकार, बोले..ट्वीट उनके विश्वास का प्रतिनिधित्व करते हैं

24-Aug-2020 01:48 PM

DELHI: सुप्रीम कोर्ट की अवमानना मामले में सीनियर वकील प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी मांगने से इनकार कर दिया है. प्रशांत ने कहा कि उनका ट्वीट उनके विश्वास का प्रतिनिधित्व करते हैं और अपने बयानों को वापस लेना निंदनीय माफी होगी. प्रशांत भूषण कोर्ट में पेश हुए अपना जवाब दाखिल किया. आज उनको जवाब देने का आखिरी समय दिया गया था.

14 जून को हुए थे दोषी करार

प्रशांत भूषण को सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना का दोषी करार दिया है. उनके किए गए ट्वीट पर कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए उन्हे अवमानना का दोषी माना है. कोर्ट ने प्रशांत भूषण को माफी मांगने के लिए आज अंतिम समय दिया था, लेकिन वह माफी मांगने के लिए तैयार नहीं हुए. 

किया था ये ट्वीट

सुनवाई के दौरान प्रशांत भूषण ने कहा था कि ट्वीट भले ही अप्रिय लगे, लेकिन अवमानना नहीं है. प्रशांत ने 27 जून को ट्वीट कर लिखा था कि जब इतिहासकार भारत के बीते 6 सालों को देखते हैं तो पाते हैं कि कैसे बिना इमरजेंसी के देश में लोकतंत्र खत्म किया गया. इसमें वे  सुप्रीम कोर्ट खासकर 4 पूर्व सीजेआई की भूमिका पर सवाल उठाए थे. फिर 29 जून को चीफ जस्टिस एसए बोबडे की हार्ले डेविडसन बाइक के साथ फोटो शेयर की कर आलोचना करते हुए लिखा कि वह कोरोना दौर में अदालतों को बंद रखने का आदेश दिया था.