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24-Aug-2020 01:48 PM
DELHI: सुप्रीम कोर्ट की अवमानना मामले में सीनियर वकील प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट से बिना शर्त माफी मांगने से इनकार कर दिया है. प्रशांत ने कहा कि उनका ट्वीट उनके विश्वास का प्रतिनिधित्व करते हैं और अपने बयानों को वापस लेना निंदनीय माफी होगी. प्रशांत भूषण कोर्ट में पेश हुए अपना जवाब दाखिल किया. आज उनको जवाब देने का आखिरी समय दिया गया था.
14 जून को हुए थे दोषी करार
प्रशांत भूषण को सुप्रीम कोर्ट ने अवमानना का दोषी करार दिया है. उनके किए गए ट्वीट पर कोर्ट ने स्वत: संज्ञान लेते हुए उन्हे अवमानना का दोषी माना है. कोर्ट ने प्रशांत भूषण को माफी मांगने के लिए आज अंतिम समय दिया था, लेकिन वह माफी मांगने के लिए तैयार नहीं हुए.
किया था ये ट्वीट
सुनवाई के दौरान प्रशांत भूषण ने कहा था कि ट्वीट भले ही अप्रिय लगे, लेकिन अवमानना नहीं है. प्रशांत ने 27 जून को ट्वीट कर लिखा था कि जब इतिहासकार भारत के बीते 6 सालों को देखते हैं तो पाते हैं कि कैसे बिना इमरजेंसी के देश में लोकतंत्र खत्म किया गया. इसमें वे सुप्रीम कोर्ट खासकर 4 पूर्व सीजेआई की भूमिका पर सवाल उठाए थे. फिर 29 जून को चीफ जस्टिस एसए बोबडे की हार्ले डेविडसन बाइक के साथ फोटो शेयर की कर आलोचना करते हुए लिखा कि वह कोरोना दौर में अदालतों को बंद रखने का आदेश दिया था.