Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला, डायल 112 के जवानों ने भागकर बचाई जान; 18 लोगों पर केस दर्ज बिहार में जीविका योजना से बदली महिलाओं की जिंदगी, 57 हजार करोड़ का मिला ऋण Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी Kishtwar Cloudburst: किश्तवाड़ में बादल फटने से अबतक 33 की मौत, 100 से अधिक लोग घायल; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Kishtwar Cloudburst: किश्तवाड़ में बादल फटने से अबतक 33 की मौत, 100 से अधिक लोग घायल; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Bihar News: दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्रियों का हंगामा, नाइट लैंडिंग नहीं होने से बढ़ी परेशानी Bihar News: दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्रियों का हंगामा, नाइट लैंडिंग नहीं होने से बढ़ी परेशानी अपने प्रिय मित्र सतीश कौशिक की याद में Anupam Kher ने शुरू किया यह नेक काम, अब विश्व भर में हो रही सराहना Bihar Politics: तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग को बताया BJP की B टीम, दो वोटर आईडी को लेकर खूब बरसे
31-Oct-2023 02:44 PM
By MANOJ KUMAR
MUZAFFARPUR: सीवान के चर्चित पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड की मुख्य गवाह बदामी देवी की मौत हो गई है। राजदेव रंजन हत्याकांड में 01 नवंबर को बादामी देवी की गवाही होनी थी लेकिन इससे पहले उनकी मौत की खबर आई हालांकि सीबीआई ने करीब डेढ़ महीना पहले ही बादामी देवी को मृत घोषित कर दिया था, जिसपर कोर्ट ने सीबीआई को कड़ी फटकार लगाया थी।
दरअसल, सीवान के चर्चित पत्रकार राजदेव रंजन हत्याकांड का केस मुजफ्फरपुर की विशेष सीबीआई कोर्ट में चल रहा है। सीबीआई को इस केस में काफी फजीहत झेलनी पड़ी थी। करीब डेढ़ वर्ष पूर्व सीबीआई ने कोर्ट के समक्ष यह हलफनामा दायर किया था कि केस की मुख्य गवाह बादामी देवी की मौत हो चुकी है। इसके बाद दूसरे पक्ष के वकील ने कोर्ट में बादामी जेवी के जीवित होने के ठोस प्रमाण देते हुए सीबीआई की जांच पर सवाल उठाया था।
बादामी देवी के जीवित रहने का प्रमाण मिलने के बाद कोर्ट ने CBI को कड़ी फटकार लगाई थी। कोर्ट द्वारा नोटिस जारी किए जाने के बावजूद सीबीआई राजदेव रंजन हत्याकांड की मुख्य गवाह बादामी देवी की कोर्ट में गवाही नहीं करा सकी। सोमवार की देर शाम बादामी देवी की मौत हो गई। बुधवार यानी 1 नवंबर को इस केस की सुनवाई होगी थी। इस नाकामी को लेकर देश की सर्वोच्च जांच एजेंसी सीबीआई की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं।