Bihar Cricket Stadium: देश का दूसरा सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम पटना में, निर्माण में खर्च होंगे ₹500 करोड़ Train News: बिहार के इस जंक्शन पर बड़ा रेल हादसा टला, संटिंग के दौरान पटरी से उतरी मालगाड़ी की बोगी OM Birla DM Controversy: स्पीकर ओम बिरला के साथ DM के बर्ताव पर विवाद गहराया, लोकसभा सचिवालय ने मांगा जवाब Terrorist Attack: आतंकियों का सीमेंट फैक्ट्री पर हमला, अल-कायदा के चुंगल में 3 भारतीय Bihar News: हिमाचल में बादल फटने से बिहार में तबाही? अगले 24 घंटों में गंगा के जलस्तर में होगी बेहिसाब वृद्धि Bihar News: आठ साल बाद भी पूरी नहीं हुई पॉक्सो मामले की जांच, कोर्ट ने थानाध्यक्ष के खिलाफ गैरजमानती वारंट किया जारी INDvsENG: खत्म हुई कोहली की बादशाहत, एशिया के नए किंग बने शुभमन गिल; रचा इतिहास Bihar News: बिहार के इस जिले में लगेगा रोजगार मेला, बढ़िया सैलरी के साथ मिलेंगी कई अन्य सुविधाएं Bihar News: पटना-पूर्णिया एक्सप्रेसवे का भूमि अधिग्रहण 100 दिनों में होगा पूरा, परियोजना को मिली रफ्तार Road Accident: NH31 पर बाइक-ट्रक की भीषण टक्कर, 2 की मौत
27-Mar-2023 01:10 PM
By First Bihar
RANCHI : चारा घोटाला मामले में दोषी लालू प्रसाद की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। एक बार फिर से सीबीआई ने इनकी जमानत याचिका रद्द करने की मांग सुप्रीम कोर्ट से उठाई है। इस को लेकर सुप्रीम कोर्ट के तरफ से भी नोटिस जारी कर दिया गया है। कोर्ट ने मूल याचिका के साथ सीबीआई की इस याचिका को भी शामिल किया है।
सीबीआई ने झारखंड हाईकोर्ट के उस आदेश को सुप्रीम कोर्ट में एसएलपी दाखिल कर चुनौती दी है, जिसमें लालू यादव को जमानत पर रिहाई मिली। लालू को झारखंड हाईकोर्ट ने दुमका और चाईबासा कोषागार मामले में जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था, लेकिन चारा घोटाले के एक अन्य मामले में दोषी करार दिए जाने के चलते लालू को जेल हुई थी।
मालूम हो कि, लालू परिवार अभी रेलवे में जमीन के बदले नौकरी मामले में काफी परेशान चल रही है। जिसमें सीबीआई की स्पेशल कोर्ट ने लालू प्रसाद यादव, पूर्व सीएम राबड़ी देवी और राज्यसभा सांसद मीसा भारती को जमानत दी। वे 15 मार्च को स्पेशल कोर्ट के सामने पेश हुए थे। इस केस में सीबीआई ने डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव से भी एजेंसी इस मामले में पूछताछ कर चुकी है।
आपको बताते चलें कि, ईडी ने छापेमारी के बाद एक करोड़ रुपए कैश जब्त करने और 600 करोड़ रुपए के घोटाले का दावा किया। लालू यादव ने यूपीए के पहले कार्यकाल में रेल मंत्री रहते, कथित रूप से इस घोटाले को अंजाम दिया था। 2004-09 के दौरान बड़ी संख्या में लोग रेलवे के अलग-अलग जोन के लिए ग्रुप-डी कैटगरी में भर्ती किए गए थे. इसके लिए उन लोगों ने कथित रूप से लालू परिवार को जमीनें दी थी. केस में एके इन्फोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी भी शामिल है।