ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar Secretariat CCTV : सरकारी भवनों में गलियारों से परिसर तक कैमरे, सरकार ने जारी किया आदेश; जानिए किन्हें होगा फायदा Education Department Bihar : बिहार के 44 कॉलेजों की बड़ी लापरवाही, शिक्षा विभाग का सख्त ऐक्शन तय; 10 डिग्री कॉलेजों की मान्यता होगी रद्द Bihar Cyber Fraud : 4 करोड़ साइबर फ्रॉड में हरियाणा EOU का बिहार में छापा, महिला गिरफ्तार; पति फरार train derailed in Bihar : जमुई-जसीडीह रेलखंड पर बड़ा रेल हादसा, सिमुलतला पुल के पास सीमेंट लदी मालगाड़ी पटरी से उतरी, 17 बोगियां क्षतिग्रस्त Bihar weather :बिहार में घना कोहरा और भीषण ठंड का कहर, 5 जनवरी तक ऑरेंज अलर्ट जारी मुजफ्फरपुर: ट्रेन में चोरी का खुलासा, 6 आरोपी गिरफ्तार; जेवरात बरामद मुंगेर में साइबर ठगों का खेल जारी, दो लोगों से 13 लाख रुपये की ठगी, साइबर थाने में केस दर्ज मुंगेर में शराब माफिया ने किया पुलिस टीम पर हमला, QRT के 3 जवान घायल, सरकारी राइफल छीने जाने की खबर मुंगेर में चलती कार में लगी भीषण आग, कूदकर दो भाईयों ने बचाई अपनी जान Bihar में शिक्षकों की नियुक्ति में हुआ बड़ा फर्जीवाड़ा: जाली दस्तावेज के सहारे नौकरी करने वाले 2912 टीचर पकड़े गये, अभी और मामले सामने आयेंगे

कैदी का कारनामा: पुलिस से बचने के लिए निगल गया मोबाइल, अस्पताल पहुंचा तो सामने आई सच्चाई

कैदी का कारनामा: पुलिस से बचने के लिए निगल गया मोबाइल, अस्पताल पहुंचा तो सामने आई सच्चाई

19-Feb-2023 11:52 AM

By First Bihar

GOPALGANJ: बिहार की जेलों में कैदियों द्वारा मोबाइल फोन का इस्तेमाल करना कोई बड़ी बात नहीं है। जेलों में तैनात पुलिसकर्मियों की मिलीभगत से कैदियों तक मोबाइल फोन पहुंचा दिए जाते हैं। जिसके जरिय कैदी अपने परिजनों से बात तो करते ही हैं जेल में बैठकर बड़े वारदातों को अंजाम देने की प्लानिंग भी करते हैं हालांकि समय समय पर इसको लेकर जिला प्रशासन द्वारा जेलों में छापेमारी भी की जाती है। इस दौरान पुलिस से बचने के लिए कैदी मोबाइल फोन और अन्य सामानों को छिपाने के लिए नए नए तरीके अपनाते हैं। गोपालगंज मंडलकारा में बंद एक कैदी ने तो पुलिस से बचने के लिए मोबाइल ही निगल लिया। तबीयत बिगड़ने के बाद जब उसे अस्पताल में भर्ती किया गया तो पेट में मोबाइल फोन देखकर सभी दंग रह गए।


दरअसल, नगर थाना क्षेत्र के इंदरवा गांव निवासी बाबू जान मियां के बेटे कौसर अली को पुलिस ने नशीले पदार्थ की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। कौसर अली साल 2020 से जेल में बंद है। बताया जा रहा है कि कैदी कौसर अली को दो दिन पहले जेल में फेंका हुआ एक छोटा सा मोबाइल मिला था। कैसर के पास पहले से एक सीम कार्ड मौजूद था। उसने सीम कार्ड को मोबाइल में डाला और उसका इस्तेमाल करना शुरू कर दिया था। कैसर जब मोबाइल पर किसी से बात कर रहा था तभी कुछ पुलिस कर्मी वहां पहुंच गए।


पुलिस से बचने के लिए कैसने ने मोबाइल को अपने मुंह में रख लिया और बाद में उसे निगल गया। दो दिन बाद उसके पेट में दर्द शुरू हो गया। तबीयत बिगड़ने के बाद आनन-फानन में कैसर को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। जब डॉक्टरों ने कैसर का एक्स-रे किया तो उसके पेट में मोबाइल फोन देखकर सभी हैरान रह गए। डॉक्टरों ने बताया कि फिलहाल कैसर की हालत स्थिर है। कैदी कैसर अली को जांच के लिए हायर सेंटर भेजने की तैयारी शुरू कर दी गई है। कैदी के ऑपरेशन के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया गया है।