BIHAR: मुंगेर में पुलिस से भिड़े परिजन, वारंटी को छुड़ाकर भगाया, फिर क्या हुआ जानिए? कटिहार में युवक की गोली मारकर हत्या, दो दिन में दो हत्या से इलाके में दहशत, कानून व्यवस्था पर सवाल गोपालगंज में मुठभेड़: 25 हजार के इनामी बदमाश महावीर यादव गिरफ्तार, पैर में लगी गोली IRCTC ने लॉन्च किया RailOne Super App, अब एक ही एप पर मिलेंगी ट्रेन से जुड़ी सभी सेवाएं IRCTC ने लॉन्च किया RailOne Super App, अब एक ही एप पर मिलेंगी ट्रेन से जुड़ी सभी सेवाएं "बिहार को बनेगा स्टार्टअप हब", स्टार्टअप स्पार्क 2.0 में बोले उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा Patna Traffic: राजधानी में ट्रैफिक जाम की सूचना के लिए फोन और व्हाट्सएप्प नंबर जारी, तुरंत इन दो नंबरों पर दें जानकारी Patna News: पटना में बढ़ रही लग्जरी कारों की डिमांड, 3 साल में खरीदे गए 1403 महंगे फोर व्हीलर; यह गाड़ी बनी लोगों की पहली पसंद Patna News: पटना में बढ़ रही लग्जरी कारों की डिमांड, 3 साल में खरीदे गए 1403 महंगे फोर व्हीलर; यह गाड़ी बनी लोगों की पहली पसंद सेक्स की नौकरी और कॉल बॉय बनाने के नाम पर करोड़ों की ठगी, पटना से तीन शातिर गिरफ्तार
10-Dec-2019 02:47 PM
By Ganesh Samrat
PATNA: राजद के युवराज तेजस्वी प्रसाद यादव अपनी पहली ही परीक्षा में फेल हो गये. उनकी अगुवाई में पार्टी का पहला बड़ा कार्यक्रम ही फ्लॉप हो गया. तेजस्वी प्रसाद यादव पटना के एक हॉल को भरने लायक भी भीड़ नहीं जुटा पाये. पटना के बापू सभागार में राजद के खुले अधिवेशन में हॉल की आधी कुर्सियां खाली पड़ी रहीं.
राजद के रिकार्डतोड़ सदस्यता अभियान की हवा निकल गयी
राजद की स्थापना के बाद पहली दफे लालू प्रसाद यादव की गैरहाजिरी में पार्टी का सदस्यता अभियान और फिर संगठन के चुनाव हुए. तेजस्वी और उनकी टीम ने दावा किया कि राजद के सदस्यता अभियान ने पिछले सारे रिकार्ड तोड़ दिये. दावा ये किया गया कि लगभग एक करोड़ लोगों ने राजद की सदस्यता ली है. उन्हीं सदस्यों के लिए पार्टी ने आज पटना के बापू सभागार में खुला अधिवेशन बुलाया था. लेकिन सारे दावों की हवा निकल गयी. बापू सभागार आधा से ज्यादा खाली पड़ा रहा. मंच पर बैठे नेता खाली कुर्सियों को देखकर लगातार टेंशन में रहे.
तो क्या 5 हजार की भीड़ जुटाने लायक भी नहीं रहे तेजस्वी
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव भीड़ जुटाने के माहिर माने जाते रहे हैं. पटना के गांधी मैदान में उनकी रैलियों में जुटी भीड़ मिसाल कायम करती रही है. लालू की गरीब रैली और रैला जैसे आयोजनों की तुलना आज भी होने वाली रैलियों से की जाती है. लेकिन लालू की गैरहाजिरी में बापू सभागार को भर पाना भी आफत हो गया. पटना के बापू सभागार की क्षमता पांच हजार लोगों की है. राजद के खुला अधिवेशन में आधी कुर्सियां खाली पड़़ी थी. यानि बमुश्किल दो-ढ़ाई हजार लोग राजद के कार्यक्रम में जुटे. मैसेज यही जा रहा है कि तेजस्वी पांच हजार की भीड़ जुटाने लायक भी नहीं रहे.