ब्रेकिंग न्यूज़

MUZAFFARPUR: HAM के प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक, संतोष सुमन बोले..विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी को बनाया जाएगा मजबूत BIHAR: ग्रामीण कार्य विभाग की बड़ी कार्रवाई: वित्तीय अनियमितता और लापरवाही के आरोप में 2 इंजीनियर सस्पेंड, अन्य पर भी गिरेगी गाज Bihar Crime News: दिनदहाड़े कार सवार से 5 लाख की लूट, बहन की शादी के लिए कर्ज लेकर जा रहा था घर स्वामी सहजानंद सरस्वती के नाम पर बिहटा एयरपोर्ट रखने की मांग, युवा चेतना के संयोजक ने नागरिक उड्डयन मंत्री से की मुलाकात TCH एदुसर्व ने किया ऐलान: BPSC TRE-4.0, CTET और STET के लिए नए बैच की शुरुआत, सीमित सीटें, जल्द कराए नामांकन गोपालगंज से बड़ी खबर: नहाने के दौरान गंडक नदी में डूबे 3 बच्चे, तलाश जारी Bihar Co Suspend: 'मंत्री' को गलत जानकारी देना CO को पड़ा महंगा, दो अधिकारी सस्पेंड CHAPRA: शहीद इम्तियाज को श्रद्धांजलि देने घर पहुंचे VIP के प्रतिनिधिमंडल, परिजनों से मिलकर हरसंभव मदद का दिया भरोसा BIHAR: जहानाबाद जेल में तैनात महिला सिपाही ने की आत्महत्या, कटिहार की रहने वाली थी शिवानी, एक महीने में यह तीसरी घटना Bihar News: 30 मई को बिहार दौरे पर नरेंद्र मोदी, इस एयरपोर्ट का करेंगे उद्घाटन; सासाराम में बड़ी जनसभा में होंगे शामिल

BPSC ने डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में लगाई टीचरों की ड्यूटी तो भड़के पाठक, लेटर जारी कर मांगा जवाब

BPSC ने डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में लगाई टीचरों की ड्यूटी तो भड़के पाठक, लेटर जारी कर मांगा जवाब

06-Sep-2023 07:31 AM

By First Bihar

PATNA : राज्य में जब से शिक्षा विभाग की कमान के के पाठक संभाले हैं तब से आए दिन वह किसी न किसी तरह सुर्खियों में बने ही रहते हैं। पाठक के तरफ से कभी राजभवन से पत्राचार किया जाता तो कभी शिक्षकों को यह बताया जाता है कि उन्हें किस तरीके से कार्य करना चाहिए और उन्हें कितनी छुट्टियां मिलनी चाहिए। इसके बाद अब की के पाठक ने बिहार लोक सेवा आयोग को पत्र लिखा है और बीपीएससी पर जमकर भड़ास निकाली है।


दरअसल, शिक्षा विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशक कन्हैया प्रसाद के तरफ से बीएससी के सचिव को पत्र लिखकर कहा गया है कि कर्मचारियों की प्रमाण पत्र सत्यापन में टीचरों की ड्यूटी लगाना नियमों के विपरीत है इसलिए उन्हें तुरंत कार्य मुक्त किया जाए।


शिक्षा विभाग के माध्यमिक शिक्षा निदेशक के तरफ से जो पत्र जारी किया गया है उसमें कहा गया है कि - जिला शिक्षा पदाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा के दौरान यह बात सामने आई है कि सभी जिला में शिविर आयोजित कर आवेदकों के प्रमाण पत्र का सत्यापन कराया जा रहा है और इस कार्य में शिक्षा विभाग के सभी पदाधिकारियों,कर्मियों यहां तक की कुछ जिलों में शिक्षक की भी ड्यूटी लगा दी गई है। या किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं है और ना ही यह शिक्षा हित में है।


इसके आगे कन्हैया प्रसाद ने अपने पत्र में लिखा है कि- सभी जिलों में शिक्षा विभाग के पदाधिकारी एवं कर्मियों को नियमावली 2023 के नियम के विपरीत प्रमाण पत्रों के सत्यापन में लगाए जाने की स्थिति को देखते हुए अभिलंब उन्हें कार्य मुक्त किया जाए। कार्य मुक्ति की कार्रवाई के बाद इसकी सूचना विभाग को दी जाए।


आपको बताते चलें कि, बिहार में शिक्षकों के 1.70 लाख पदों पर बहाली में प्रमाण पत्र सत्यापन कार्य चल रहा है। इस में शिक्षा विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों के साथ ही साथ शिक्षकों की भी ड्यूटी लगा दी गई है। इसके बाद शिक्षा विभाग ने बिहार लोक सेवा आयोग से इस पर आपत्ति जताई है।