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23-Nov-2019 09:06 AM
MUMBAI: महाराष्ट्र की सियासत में बड़ा उलटफेर हुआ है. रातों-रात महाराष्ट्र में बीजेपी ने सियासी खेल बदल दिया है. बीजेपी ने बाजी पलटते हुए एनसीपी के साथ मिलकर सरकार बना ली और शिवसेना मुंह ताकती रह गई, उसे इस बात की खबर तक नहीं लगी.
अब आपको बताते हैं कि सबको चौंकाते हुए आखिर बीजेपी ने क्या दांव खेला कि सूबे में उसने एक बार फिर से अपनी सरकार बना ली. मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि जनता ने हमें स्पष्ट जनादेश दिया था, शिवसेना ने जनादेश का अपमान किया है. हमारे साथ लड़ी शिवसेना ने उस जनादेश को नकार दिया और दूसरी जगह गठबंधन बनाने की कोशिश की. महाराष्ट्र की जनता को स्थिर और स्थाई सरकार चाहिए, खिचड़ी सरकार नहीं चाहिए. सीएम फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र के उज्जवल भविष्य के लिए एनसीपी के साथ मिलकर काम करेंगे. महाराष्ट्र को स्थिर शासन देने की जरूरत थी. महाराष्ट्र को स्थायी सरकार देने का फैसला करने के लिए मैं अजीत पवार को धन्यवाद देता हूं.
सूत्रों के मुताबिक, अजीत पवार बागी बन गये हैं. एनसीपी का एक धड़ा बीजेपी के साथ गया है. अब बीजेपी को फ्लोर टेस्ट पर बहुमत साबित करना होगा. कहा जा रहा है कि अजीत पवार के पास नंबर हैं. वहीं शरद पवार ने कहा है कि इस फैसले को एनसीपी का समर्थन नहीं है. मेरी जानकारी के बगैर ये शपथ ग्रहण हुआ है. पवार के इस बयान के बाद साफ है कि अजीत पवार बागी हुए हैं और एनसीपी में फूट पैदा हो गई है. कांग्रेस ने भी इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि एनसीपी ने हमारी पीठ में छुरा भोंक दिया है.