ब्रेकिंग न्यूज़

Pm Modi In Bihar: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने क्या कहा ? एक-एक बात को जानिए... Bihar News: सदर अस्पताल में 38 लाख की अवैध निकासी, मचा हड़कंप Bihar News: PM मोदी पर हमलावर हुए RJD प्रदेश अध्यक्ष, बताई ताबड़तोड़ यात्राओं की असली वजह Bihar Crime News: 10 वर्षीय मासूम की चाकू गोदकर हत्या, आरोपी भी नाबालिग Bihar Job: सरकारी स्कूलों में भरे जाएंगे 15 हजार पद, युवाओं के पास लाइब्रेरियन, क्लर्क और चपरासी बनने का सुनहरा अवसर Road Accident: भतीजे ने चाचा को मारी चाकू, घायल हालत में गाड़ी चलाते वक्त हुआ दर्दनाक एक्सीडेंट; कई जख्मी Bihar News: हटाए जाएंगे बिहार के सभी DCLR, पटना हाईकोर्ट का आदेश; मिली इतने दिनों की मोहलत Bihar Election: एक्शन में आया चुनाव आयोग, टीम जल्द करेगी बिहार का दौरा; सभी DM के लिए निर्देश जारी Life Style: इन चीजों को खाने से पहले जरूर भिगोएं, नहीं तो सेहत को हो सकता है नुकसान Bihar Teacher: राज्य के 26,000 से ज्यादा शिक्षकों का तबादला, लिस्ट के साथ सामने आई नई जानकारी

अवैध वसूली करने वाला प्रोफेसर गिरफ्तार, 1 साल से चल रहा था फरार

अवैध वसूली करने वाला प्रोफेसर गिरफ्तार, 1 साल से चल रहा था फरार

13-Oct-2022 02:17 PM

SASARAM: बिहार के एक भ्रष्ट प्रोफेसर को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। मामला रोहतास का है, जहां प्रोफेसर अपने ही सहकर्मियों से वेतन भुगतान के लिए 10% कमीशन की मांग कर रहे थे। इतना ही नहीं, आरोपी प्रोफेसर पर अवैध वसूली के भी आरोप हैं। मामला उस वक्त का है जब शेरशाह महाविद्यालय के प्रोफेसर कृष्णा प्रसाद उसी महाविद्यालय में प्रिंसिपल के पद पर थे। वे उस दौरान अपने ही सहकर्मी राम भरत सिंह से वेतन भुगतान के लिए कमीशन मांगते थे। 




1 साल पहले ही मुफस्सिल थाना में मामला दर्ज किया गया था। मामले की जांच की गई तो कृष्णा प्रसाद आरोपी पाए गए, जिसके बाद रोहतास पुलिस ने उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। पुलिस कब से उनकी तलाश कर रही थी लेकिन वे कानून की नज़रों से ओझल थे। लेकिन बुधवार को उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। सासाराम के नगर थाना क्षेत्र स्थित करन सराय में उनके निजी आवास से प्रोफेसर को गिरफ्तार किया गया। 




इस मामले को लेकर रोहतास एसपी आशीष भारती ने बताया कि मुफस्सिल थाना के कांड संख्या- 272 / 21, 18-07-21 को वादी राम भरत सिंह ने मुफस्सिल थाना में प्रोफेसर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। वे वेतन भुगतान के लिए 10% कमीशन मांग रहे थे। इतना ही नहीं, वे अवैध रूप से राशि वसूली करते थे।