यह चुनाव मात्र सरकार बदलने का नहीं, धोखा देने वालों से बदला लेने का भी समय है: मुकेश सहनी जमुई में आचार संहिता उल्लंघन: जदयू प्रत्याशी सुमित सिंह के स्वागत में जुटे 50 लोगों पर केस दर्ज, दो नामजद श्री लंगटा बाबा स्टील प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निकाली गई भव्य शोभायात्रा, श्रद्धालुओं की सेवा के लिए किए गए विशेष प्रबंध श्री लंगटा बाबा स्टील प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निकाली गई भव्य शोभायात्रा, श्रद्धालुओं की सेवा के लिए किए गए विशेष प्रबंध Bihar Election 2025: ‘बिहार में तीन-चौथाई सीटें जीतेगी NDA और बनाएगी सरकार’ राजनाथ सिंह का बड़ा दावा Bihar Election 2025: पवन सिंह ने उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता कुशवाहा के लिए किया रोड शो, आरजेडी कार्यकर्ताओं से भिड़ंत होने से बचा Bihar Election 2025: सासाराम में सीएम योगी की ललकार, महागठबंधन पर जमकर बरसे; उपेंद्र कुशवाहा की पत्नी स्नेहलता कुशवाहा के लिए मांगे वोट Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में नहीं चलेगा ‘लाल पानी’ का खेल, वोटिंग से पहले शराब स्मगलर्स के खिलाफ बड़ा अभियान, ड्रोन और स्कैनर से हो रही निगरानी Bihar Election 2025: बिहार चुनाव में नहीं चलेगा ‘लाल पानी’ का खेल, वोटिंग से पहले शराब स्मगलर्स के खिलाफ बड़ा अभियान, ड्रोन और स्कैनर से हो रही निगरानी Bihar News: पटना में राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग का दो दिवसीय ट्रेनिंग कार्यक्रम संपन्न, सेवाओं के विस्तार की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम
21-May-2024 03:00 PM
By First Bihar
DESK : बड़ी खबर उत्तर प्रदेश से आ रही है, जहां पूर्व सीएम और सपा प्रमुख अखिलेश यादव की चुनावी रैली में भगदड़ मच गई है। बेकाबू भीड़ ने बैरिकेडिंग को तोड़ दिया और लोग मंच तक जा पहुंचे। जिसके बाद हालात को काबू में करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। आजमगढ़ में चुनाव प्रचार के दौरान भीड़ बेकाबू हो गई।
दरअसल, अखिलेश यादव लालगंज लोकसभा क्षेत्र में चुनावी रैली को संबोधित करने पहुंचे थे। जैसे ही अखिलेश यादव मंच पर पहुंचे, भीड़ ने बैरिकेडिंग को तोड़ दिया और मंच तक जा पहुंची। जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। इसका एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें पुलिस सपा कार्यकर्ताओं को खदेड़ती नजर आ रही है।
इससे पहले प्रयागराज के फूलपुर में भी राहुल गांधी और अखिलेश यादव की चुनावी जनसभा में भगदड़ मच गई थी। बिगड़ते हालात को देख राहुल गांधी और अखिलेश यादव को रैली को बिना संबोधित किए ही वापस लौटना पड़ा था। इससे पहले संतकबीरनगर में भी कुछ इसी तरह की स्थिति उत्पन्न हो गई थी और समर्थकों ने सुरक्षा घेरे को तोड़ दिया था।