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28-Oct-2025 08:36 AM
By First Bihar
Bihar Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के बीच चुनाव आयोग ने मतदाताओं के लिए एक बड़ी और उपयोगी पहल शुरू की है। अब वोटर्स को अपने मतदान केंद्र की जानकारी पाने के लिए इंटरनेट पर खोजबीन करने या दफ्तरों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं होगी। आयोग ने एक ऐसी डिजिटल सुविधा शुरू की है, जिसके तहत सिर्फ एक QR कोड स्कैन करते ही मतदाता को उसके बूथ का नाम, नंबर और लोकेशन की पूरी जानकारी मिल जाएगी। आयोग का मानना है कि यह कदम न केवल वोटिंग प्रक्रिया को आसान बनाएगा, बल्कि इससे मतदान प्रतिशत बढ़ाने में भी मदद मिलेगी। खासकर शहरी इलाकों में जहां मतदान केंद्र को लेकर भ्रम की स्थिति रहती है, वहां यह सुविधा बेहद उपयोगी साबित होगी।
चुनाव आयोग के अनुसार, हर मतदाता अब अपने मोबाइल से एक QR कोड स्कैन कर सकता है। स्कैन करने के बाद उसे अपना मोबाइल नंबर और EPIC नंबर (मतदाता पहचान संख्या) डालनी होगी। इसके बाद स्क्रीन पर पूरा विवरण — यानी मतदान केंद्र का नाम, बूथ नंबर और लोकेशन — तुरंत दिखाई देगा। यह पूरा प्रोसेस महज कुछ मिनटों में पूरा हो जाएगा।
इसके लिए मतदाता को पहले अपने जिले का चयन करना होगा, फिर अपनी भाषा चुननी होगी और नाम या EPIC नंबर के जरिए अपने विवरण की पुष्टि करनी होगी। जानकारी की पुष्टि होते ही संबंधित मतदान केंद्र की लोकेशन का नक्शा और विवरण सामने आ जाएगा।जनजागरूकता अभियान हुआ शुरू
चुनाव आयोग ने इस नई तकनीक को आम जनता तक पहुंचाने के लिए विशेष जनजागरूकता अभियान भी शुरू किया है। पटना, गया, भागलपुर और मुजफ्फरपुर जैसे बड़े शहरों में छठ पूजा के घाटों, बस स्टैंडों और बाजारों में डिजिटल होर्डिंग और फ्लेक्स लगाए जा रहे हैं। इन होर्डिंग्स पर मौजूद QR कोड को स्कैन करके लोग तुरंत अपनी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
इसके अलावा, आयोग सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स X (Twitter), फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी जागरूकता अभियान चला रहा है ताकि ज्यादा से ज्यादा युवा मतदाता इस सुविधा का उपयोग कर सकें और बिना समय गंवाए सीधे अपने बूथ पर पहुंचें। तकनीकी सुविधा के साथ-साथ चुनाव आयोग ने पारदर्शिता और निष्पक्षता पर भी कड़ा रुख अपनाया है। पटना के जिलाधिकारी डॉ. त्यागराजन ने बताया कि आचार संहिता को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। पूरे जिले में सर्विलांस टीमों और फ्लाइंग स्क्वॉड को चौकन्ना कर दिया गया है ताकि चुनावी प्रक्रिया में कोई गड़बड़ी न हो।
उन्होंने कहा कि नकद या अन्य वस्तुएं बांटने की कोशिश को कानूनी अपराध माना जाएगा और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। साथ ही, सभी उम्मीदवारों के खर्च और प्रचार गतिविधियों पर लगातार निगरानी रखी जा रही है। चुनाव आयोग ने राज्य के सभी मतदाताओं से अपील की है कि वे अपने मोबाइल पर उपलब्ध QR कोड स्कैन करें और मतदान से पहले अपने बूथ की जानकारी अवश्य प्राप्त करें। यदि किसी मतदाता को बूथ तक पहुंचने में दिक्कत होती है, तो वह मतदाता हेल्पलाइन नंबर या निर्वाचन कार्यालय से सीधे संपर्क कर सकता है।
यह पहल बिहार में पहली बार इतनी बड़ी तकनीकी स्केल पर लागू की जा रही है। इससे न केवल मतदान प्रक्रिया डिजिटल और पारदर्शी बनेगी, बल्कि मतदाताओं को सुविधा भी मिलेगी। आयोग को उम्मीद है कि इस तकनीकी नवाचार से बिहार में मतदान प्रतिशत में उल्लेखनीय वृद्धि होगी और लोकतंत्र को और मजबूत आधार मिलेगा।