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03-Jul-2025 05:05 PM
By RITESH HUNNY
Bihar News: बड़ी खबर बिहार के सहरसा से आ रही है, जहां निगरानी विभाग की टीम ने घूसखोर जिला मत्स्य पदाधिकारी को अरेस्ट किया है। जिला मत्स्य पदाधिकारी सुबोध कुमार एक शख्स से रिश्वत ले रहा था, तभी निगरानी की टीम ने धावा बोल दिया और घूसखोर अधिकारी को रिश्वत के पैसे लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया है। निगरानी के इस एक्शन से हड़कंप मच गया है।
दरअसल, गुरुवार को पटना से सहरसा पहुंची निगरानी अन्वेषण विभाग की टीम अचानक जिला मत्स्य कार्यालय पहुंची, जहां चेंबर में ही मत्स्यपालक से 40 हजार रुपए की घूस लेते जिला मत्स्य पदाधिकारी सह जिला कार्यपालक पदाधिकारी को रंगेहाथ गिरफ्तार किया। जिसके बाद उन्हें अपने साथ पटना लेकर निकल गई। जिला मत्स्य पदाधिकारी पर पिछले दिनों पटना स्थित निगरानी अन्वेषण विभाग में परिवारवाद दायर किया गया था। जिसमें जिले के कहरा प्रखंड क्षेत्र के बनगांव निवासी टुन्ना मिश्रा ने गंभीर आरोप लगाया था।
उन्होंने आरोप लगाया था कि प्रधानमंत्री मत्स्य परियोजना के तहत जिंदा मछली पालन केंद्र के निर्माण में सरकार द्वारा दी जा रही सब्सिडी के बदले 20% का कमीशन जिला मत्स्य पदाधिकारी सह जिला कार्यपालक पदाधिकारी सुबोध कुमार मांग रहे हैं। जिन्हें देने में असमर्थकता व्यक्त करने पर सब्सिडी की राशि रोक लेने की धमकी दी गई थी। जिसकी शिकायत पटना के निगरानी अन्वेषण विभाग में दिया गया था। परिवारवाद दायर होने के बाद इसकी पहले जांच पड़ताल की गई थी। कई राउंड में हुई जांच में पीड़ित की शिकायत सत्य पाई गई थी।
जिसके बाद गुरुवार 3 जुलाई को पटना की निगरानी अन्वेषण विभाग के डीएसपी सदानंद कुमार के नेतृत्व में टीम सहरसा पहुंची थी। जहां पीड़ित टुन्ना मिश्रा के रुपए पर अपनी पहचान लगाकर उन्हें घूस देने जिला मत्स्य पदाधिकारी के निकट भेजा गया था। फिर जैसे ही जिला मत्स्य पदाधिकारी सुबोध कुमार ने पीड़ित से 40 हजार रुपए की घूस को रिसीव कर अपने पास रखा। वैसे ही निगरानी अन्वेषण विभाग की टीम उनके चेंबर में घुसी। उन्हें रंगेहाथ पकड़ा और 40 हजार की रकम को वापस बरामद किया। जिसके बाद पूरी प्रक्रिया पूर्ण करने के बाद उन्हें अपने साथ पटना लेकर निकल गई।
पीड़ित टुन्ना मिश्रा ने बताया कि वे प्रधानमंत्री मत्स्य परियोजना के तहत जिंदा मछली केंद्र का निर्माण किया था। जिसमें एनबी 50% होने के बावजूद जिला मत्स्य पदाधिकारी सुबोध कुमार द्वारा 20% की कमीशन मांग की गई थी। कमीशन नहीं देने पर अनुदान निर्गत नहीं करने की धमकी दी गई थी। जिसके बाद उन्होंने इसकी शिकायत निगरानी विभाग को की थी। फिर निगरानी विभाग के निर्देश पर उन्होंने सुबोध कुमार से बात कर 40 हजार में सौदा तय हुआ। आज वे उन्हें उक्त रकम को सुपुर्द किया गया था।
इसी दौरान निगरानी विभाग ने उन्हें रंगेहाथ पकड़ा था। वहीं पटना से पहुंचे निगरानी विभाग के डीएसपी सदानंद कुमार ने बताया कि सहरसा के बनगांव निवासी टुन्ना मिश्रा के शिकायत पर परिवारवाद दायर किया गया था। जिसमें उन्होंने जिला मत्स्य पदाधिकारी पर प्रधानमंत्री मत्स्य योजना के अंतर्गत बिक्री केंद्र खोलने के लिए सब्सिडी निर्गत करने के नाम पर 40 हजार घूस मांगने का आरोप लगाया था। प्राथमिक जांच में शिकायत सत्य पाई गई थी। जिसके बाद उन्हें 40 हजार रुपए की घूस लेते रंगे हाथ पकड़ा था।