देवरिया से सुल्तानगंज जा रहे कांवरियों की गाड़ी को टैंकर ने मारी टक्कर, दो की हालत गंभीर खगड़िया में बड़ा हादसा: नहाने के दौरान चार स्कूली बच्चे गहरे पानी में डूबे, रेस्क्यू जारी छपरा: गंगा में डूबने से 3 की मौत, सावन सोमवारी के दिन कलश विसर्जन के दौरान हादसा Bihar News: बिहार में ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना के तहत बनी 3968 किमी से अधिक सड़कें, 29 जिलों में शत-प्रतिशत काम पूरा Bihar News: बिहार में ग्रामीण टोला संपर्क निश्चय योजना के तहत बनी 3968 किमी से अधिक सड़कें, 29 जिलों में शत-प्रतिशत काम पूरा Bihar Politics: उपेन्द्र कुशवाहा ने नीतीश सरकार की कार्यशैली पर उठाए सवाल, बोले- सरकार के खिलाफ मिल रही शिकायतें Bihar Politics: उपेन्द्र कुशवाहा ने नीतीश सरकार की कार्यशैली पर उठाए सवाल, बोले- सरकार के खिलाफ मिल रही शिकायतें Bihar News: नीतीश सरकार युवाओं के लिए ला रही बड़ा अवसर, इस यूनिवर्सिटी से डिग्री ली तो नौकरी पक्की Bihar News: नीतीश सरकार युवाओं के लिए ला रही बड़ा अवसर, इस यूनिवर्सिटी से डिग्री ली तो नौकरी पक्की कल विधानसभा में होगा भारी हंगामा, वोटर लिस्ट सुधार को लेकर तेजस्वी के ऐलान से हड़कंप
23-May-2025 01:45 PM
By First Bihar
Bihar News: बिहार के सहरसा नगर निगम में विवाद गहराते जा रहा है. निगम के अधिकांश वार्ड पार्षद आयुक्त के खिलाफ मोर्चा खोल दिए हैं. सहरसा नगर निगम के कर्मचारियों ने भी अपने अधिकारी के खिलाफ बगावत कर दिया है. सहरसा नगर निगम के वार्ड पार्षदों ने नगर विकास विभाग के सचिव को पत्र लिखा है. इसी बीच नगर निगम आयुक्त का एक कथित ऑडियो वायरल हुआ, जिसमें विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार,काम के बदले लेन-देन का ऑडियो सुना गया. अब नगर विकास विभाग ने आरोपी अधिकारी पर कार्रवाई को लेकर सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिख दिया है.
नगर विकास विभाग का पत्र आया सामने
नगर एवं विकास विभाग के अपर सचिव का एक पत्र सामने आया है. विजय प्रकाश मीणा की तरफ से 15 में 2025 को पत्र लिखा गया है. सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव को लिखे पत्र में नगर आयुक्त सहरसा के वायरल ऑडियो क्लिप को लेकर आवश्यक कार्रवाई करने का आग्रह किया गया है.
नगर आयुक्त पर हो एक्शन
सामान्य प्रशासन विभाग के अपर मुख्य सचिव को लिखे पत्र में नगर विकास विभाग के अधिकारी ने कहा है कि नगर आयुक्त सहरसा का एक ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहा है. जिसमें उनके द्वारा अमर्यादित भाषा का प्रयोग करते हुए नगर विकास विभाग के खिलाफ अवांछनीय टिप्पणी की गई है. यह किसी पदाधिकारी के आचरण के विपरीत है . नगर आयुक्त सहरसा का आचरण न केवल विभागीय अनुशासन को बाधित करता है, बल्कि इससे सरकारी सेवा की गरिमा एवं लोक विश्वास को भी क्षति पहुंची है. एक सरकारी सेवक से यह अपेक्षा की जाती है वह आमलोगों के समक्ष अनुकरणीय आचरण प्रस्तुत करें. लेकिन उन्होंने इसके विपरीत अपना व्यवहार किया है. निगम आयुक्त सहरसा के इस कृत्य से सरकार की छवि धूमिल हो रही है. ऐसे में उनके खिलाफ अनुशासनिक कार्रवाई की जाए.