वैशाली में अवैध निर्माण पर बड़ी कार्रवाई, कोर्ट के आदेश पर तीन मंजिला मकान की चहारदीवारी को तोड़ा गया Bihar Crime: महादलित युवक की दबंगों ने की पिटाई, पीड़ित ने लगाई मदद की गुहार Gold rate ; सोने-चांदी की कीमतों में उछाल, नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचे दाम Bihar DGP ने जदयू विधायक को लपेटा ... बुजुर्गों के नाच देखने से बच्चों की मानसिकता पर असर 26 अप्रैल को IIHER में पूर्ववर्ती छात्रों का समागम, विदेशों में कार्यरत स्टूडेंट होंगे शामिल UPI transaction : BHIM-UPI लेनदेन पर प्रोत्साहन, सरकार लाई नई योजना Bihar News: संसद में गरजे गृह राज्यमंत्री, नित्यानंद बोले- आतंकवादी या तो जेल जाएंगे या जहन्नम में जाएंगे Bihar Land News: जमीन खरीदने जा रहे हैं तो जान लें यह जरूरी बात, विवाद में फंसकर कहीं पड़ न जाए लेने के देने Jharkhand vidhansabha politics: झारखण्ड विधानसभा में दो मंत्रियों में हुई वहस...जानिए क्यों ? Electricity wastage in gaya ; बिहार के इस जिले में 45 लाख से अधिक की बिजली बर्बादी हो रही है ?
19-Mar-2025 10:03 AM
By KHUSHBOO GUPTA
Catfish In Bihar: बिहार के मोतिहारी में चार आंखों वाली मछली मिली है। जिले के अरुणा नदी में जब स्थानीय युवक मछली मार रहे थे तब यह जाल में फंस गई। विचित्र मछली मिलने से लोगों में हड़कंप गया। इस चार आंखों वाली मछली को देखने के लिए आसपास के लोगों की भीड़ जुट गई। बताया जा रहा है कि भारत नेपाल सीमा पर स्थित झरौखर थाना क्षेत्र के पीठवा गांव से होकर बहने वाली अरुणा नदी में स्थानीय युवक मछली पकड़ रहे थे। इसी दौरान उन्होंने पांच विचित्र मछलियों को पकड़ा।
जाल में फंसी इस मछली को एक्सपर्ट ने बताया कि यह अमेरिका की सकर माउथ कैटफिश है। यह अमेरिका की अमेजन नदी में पाई जाती है। इस मछली की बनावट काफी अलग है। इस मछली की चार आंखें हैं। रंग और बनावट भी बाकी मछलियों से अलग है। इसके कई कलर होते हैं। जिला मत्स्य पदाधिकारी डॉ. नूतन कुमारी ने बताया कि ये मछली सकर माउथ कैटफिश है। इस मछली को दोबारा गंगा में नहीं छोड़ने की हिदायत दी गई है। बताया गया है कि ये एक शिकारी मछली है। इससे गंगा के इको सिस्टम और जलीय जीवों के लिए बहुत बड़ा खतरा है।
अमेरिका की अमेजन नदी में पाई जाने वाली दुर्लभ प्रजाति की सकर माउथ कैटफिश की चार आंखें होती हैं। साथ ही इसमें एयरोप्लेन के आकार के पंख दिखाई पड़ते हैं। आमतौर पर मछलियों का आकार ऐसा नहीं होता हैं। नूतन कुमारी ने बताया कि यह मछली पूरी तरह से मांसाहारी होती है। गंगा नदी में इस मांसाहारी मछली के पहुंचने से दूसरे जीव-जंतुओं के लिए खतरा पैदा हो जाएगी, क्योंकि यह मांसाहारी मछली दूसरे जीव-जंतुओं को खाकर ही जीवित रहती है।