पुलिस की चौकसी पर उठा सवाल: मुजफ्फरपुर में लग्जरी कार सवार बदमाशों का दुस्साहस देखिये, गैस कटर से SBI ATM काटकर 25 लाख उड़ाए तेजस राजधानी एक्सप्रेस में परोसा गया खराब खाना, यात्रियों का आरोप—शिकायत पर बोला स्टाफ “कंप्लेन कही भी कर लो कुछ नहीं होगा” अच्छी नौकरी करने वाली पत्नी को नहीं मिलेगा गुजारा भत्ता, इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा फैसला जानिये कौन है प्रमोद निषाद?..जिसने 19 हजार फर्जी आधार कार्ड का पूरा नेटवर्क खड़ा कर दिया जमुई में महादलित युवक को नंगा करके पीटा, वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर किया वायरल IndiGo Flight News: इंडिगो की उड़ानों का रद्द होने का सिलसिला जारी, पटना से 8 फ्लाइट कल कैंसिल आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU अगुवानी–सुल्तानगंज पुल का मुख्य सचिव ने किया निरीक्षण, मई 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य Pawan Singh Threat Case: ‘हम जो करते हैं खुलेआम करते हैं, पवन सिंह को धमकी नहीं दी’, लॉरेंस बिश्नोई गैंग का ऑडियो आया सामने
27-Jun-2025 06:51 PM
By FIRST BIHAR
Bihar Teacher News: जमुई जिले के चकाई प्रखंड स्थित नवीन प्राथमिक विद्यालय मोरियाडीह में हाल ही में सभी शिक्षकों के तबादले के बाद स्कूल पूरी तरह शिक्षकविहीन हो गया है। इस कारण विद्यालय में पढ़ रहे 95 छात्रों की पढ़ाई बाधित हो गई है और क्षेत्र में ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है।
विद्यालय की प्रभारी प्रधानाध्यापिका वंदना कुमारी ने 26 जून को स्थानांतरण के बाद नए विद्यालय में योगदान दे दिया और एक पत्र के माध्यम से प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को सूचित किया कि अब मोरियाडीह विद्यालय में कोई शिक्षक शेष नहीं है। विद्यालय में न तो प्रधानाध्यापक हैं, न सहायक शिक्षक और न ही चपरासी।
इस स्थिति से शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए कहा कि अगर यही हाल रहा तो विद्यालय को तालाबंद कर स्मारक घोषित कर देना चाहिए।इस पूरे घटनाक्रम के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी राजेश कुमार ने गुरुवार को विद्यालय का दौरा किया और स्थिति की गंभीरता को देखते हुए तत्काल प्रभाव से दो शिक्षकों को अस्थायी रूप से प्रतिनियुक्त कर पढ़ाई शुरू करवाई।
हालांकि यह कदम फिलहाल पढ़ाई बहाल करने के लिए उठाया गया है, लेकिन स्थायी समाधान अब भी अधर में है। ग्रामीणों और छात्रों को उम्मीद है कि शिक्षा विभाग जल्द ही इस विद्यालय के लिए स्थायी शिक्षक नियुक्त करेगा ताकि बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से चल सके।