'एक शहजादा देश तो दूसरा पूरे बिहार को समझते हैं अपनी जागीर...', बोले PM मोदी .... इंडी वालों ने बिहारियों को दिल्ली-महाराष्ट्र से भगाया था

'एक शहजादा देश  तो दूसरा पूरे बिहार को  समझते हैं अपनी जागीर...',  बोले PM मोदी .... इंडी वालों ने बिहारियों को दिल्ली-महाराष्ट्र से भगाया था

DARBHANGA : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक बार फिर बिहार दौरे पर आए हैं। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि एक शहजादा (राहुल गांधी) दिल्ली में है तो दूसरा (तेजस्वी यादव) पटना में है। एक देश को तो दूसरा बिहार को अपनी जागीर समझता है। पीएम मोदी ने आरजेडी और कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कोरोना काल में बिहार के लोगों के साथ इंडी गठबंधन वालों ने गलत किया था। महाराष्ट्र समेत जिन राज्यों में इंडी गठबंधन की सरकार थी, वहां से बिहार के लोगों को भगा दिया गया। बिहार के लोगों को बसों में बैठाकर बीच रास्ते में छोड़ दिया गया।


पीएम मोदी ने कहा कि, बिहार के शहजादे (तेजस्वी यादव) के पिता (लालू) ने मुस्लिमों को आरक्षण में से निकालकर कोटा देने की मांग की थी। रेल मंत्री रहते हुए उन्होंने रेलवे में मुसलमानों को कोटा देने की मांग की थी। ये एससी, एसटी, ओबीसी का हक छिनकर मुस्लिमों को देना चाहते हैं। धर्म के आधार पर आरक्षण कटेगा तो यादव, कुर्मी जैसे समाज का हक भी बंटेगा। पासवान, मुसहर, रविदास समाज के हक पर ये डाका डालने की फिराक में हैं।


पीएम ने कहा कि, हमारे देश का जो संविधान है इसे काफी  लंबी चर्चा के बाद बनाया गया है। बाबा साहेब आंबेडकर, राजेंद्र प्रसाद जैसे बड़े-बड़े विद्वान ने धर्म के आधार पर आरक्षण पर लंबी चर्चा की। 77 साल पहले उन्होंने तय किया कि हमारे देश में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दे सकते हैं। देश को फिर से नहीं बांट सकते हैं। 


इतना ही नहीं बाबा साहेब ने इसके खिलाफ खुलेआम वकालत की। पंडित नेहरू ने भी धर्म के आधार पर आरक्षण का विरोध किया था। लेकिन, कांग्रेस अब नेहरु जी के नीतियों को भी नहीं मान रही। कांग्रेस नेहरू की भावना के खिलाफ जा रही है और बाबा साहेब आंबेडकर की पीठ पर छुरा घोंप रही है। कांग्रेस दलित, आदिवासी और ओबीसी कोटे को कम करके धर्म के आधार पर मुस्लिमों को आरक्षण देने में लगी हुई है। इस साजिश में आरजेडी भी कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है।  


इसके आगे पीएम ने कहा कि दिल्ली वाले शहजादे (राहुल गांधी) नई बात लेकर आए हैं। हमारे परिवार में माता-पिता मेहनत करके बचत करते हैं। बच्चों के लिए घर, गाड़ी, खेत खरीद कर रखते हैं। लेकिन,  कांग्रेस ऐसा कानून बनाना चाहती है, जो आपके माता-पिता की संपत्ति को छिनना चाहती है। ये 55 फीसदी विरासत टैक्स का फतवा लेकर आना चाहते हैं। आपके मेहनत की कमाई ये लूटना चाहते हैं।