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08-Jun-2025 10:51 AM
By First Bihar
India vs England Test Series 2025: 20 जून से शुरू होने वाली भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज न केवल विश्व टेस्ट चैंपियनशिप 2025-27 के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि कुछ खिलाड़ियों के टेस्ट करियर के लिए भी ये 'करो या मरो' का मौका है। रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गजों की रिटायरमेंट के बाद शुभमन गिल की कप्तानी में चुनी गई नई भारतीय टीम में करुण नायर, शार्दुल ठाकुर और प्रसिद्ध कृष्णा की वापसी हुई है। लेकिन इन तीनों के लिए यह सीरीज टेस्ट क्रिकेट में अपनी जगह पक्की करने का आखिरी अवसर हो सकता है। यदि ये खिलाड़ी इंग्लैंड की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में फ्लॉप हुए, तो उनका टेस्ट करियर स्थायी रूप से खतरे में पड़ सकता है।
करुण नायर
32 वर्षीय करुण नायर ने 2016 में इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट में नाबाद 303 रनों की पारी खेलकर सुर्खियां बटोरी थीं। लेकिन इसके बाद 6 टेस्ट में केवल 321 रन और खराब फॉर्म के चलते वह 2017 में टीम से बाहर हो गए। 2024-25 के घरेलू सीजन में शानदार प्रदर्शन (रणजी ट्रॉफी में 9 मैचों में 863 रन और विजय हजारे ट्रॉफी में 8 पारियों में 779 रन) के दम पर उन्होंने भारत A और फिर सीनियर टीम में वापसी की है। इंग्लैंड में नंबर 3 या 4 पर बल्लेबाजी की जिम्मेदारी के साथ यह उनके लिए आखिरी मौका है। अगर वह रन बनाने में नाकाम रहे तो चयनकर्ता साई सुदर्शन, अभिमन्यु ईश्वरन या अन्य युवा बल्लेबाजों की ओर रुख कर सकते हैं।
शार्दुल ठाकुर
33 वर्षीय शार्दुल ठाकुर ने 2021 के इंग्लैंड दौरे पर अपनी ऑलराउंड क्षमता दिखाई थी, खासकर ओवल टेस्ट में। लेकिन पिछले एक साल में अनियमित फॉर्म और चोटों ने उनकी टेस्ट टीम में जगह को अनिश्चित कर दिया है। 11 टेस्ट में 31 विकेट और 4 अर्धशतक के बावजूद उनकी गेंदबाजी में निरंतरता की कमी रही है। इस सीरीज में जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद सिराज और अर्शदीप सिंह जैसे तेज गेंदबाजों के साथ, शार्दुल को अपनी हरफनमौला उपयोगिता साबित करनी होगी। इंग्लैंड की सपाट पिचों पर उनके निचले क्रम के रन और महत्वपूर्ण विकेट लेने की क्षमता निर्णायक होगी। फ्लॉप प्रदर्शन उन्हें नितीश कुमार रेड्डी जैसे युवा ऑलराउंडरों से पीछे धकेल सकता है।
प्रसिद्ध कृष्णा
29 वर्षीय प्रसिद्ध कृष्णा ने 2021 में टेस्ट डेब्यू किया था लेकिन चोटों ने उनके करियर को बार-बार बाधित किया। 2 टेस्ट में 2 विकेट और सीमित ओवरों में अनियमित प्रदर्शन के बावजूद आईपीएल 2025 में शानदार गेंदबाजी ने उन्हें टेस्ट टीम में वापसी दिलाई है। इंग्लैंड की सीम-मूवमेंट वाली पिचों पर बुमराह और सिराज के साथ उनकी लंबे स्पेल डालने की क्षमता की कड़ी जांच होगी। चोटों से उबरने के बाद उनकी फिटनेस और रेड-बॉल क्रिकेट में लय अहम होगी। अगर वह प्रभावी नहीं रहे तो अंशुल कंबोज, खलील अहमद या हर्षित राणा जैसे नए गेंदबाज उनकी जगह ले सकते हैं।
'करो या मरो' की स्थिति
भारत की टेस्ट टीम में युवा प्रतिभाओं जैसे यशस्वी जायसवाल, साई सुदर्शन और नितीश कुमार रेड्डी की मौजूदगी ने प्रतिस्पर्धा को अब और भी कड़ा कर दिया है। करुण, शार्दुल और प्रसिद्ध के लिए यह सीरीज न केवल अपनी प्रतिभा साबित करने का मौका है, बल्कि इंग्लैंड की चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में अनुभव और अनुकूलन क्षमता दिखाने का अवसर भी है।
चयनकर्ता अजित अगरकर और कोच गौतम गंभीर ने स्पष्ट किया है कि फॉर्म और फिटनेस पर कोई समझौता नहीं होगा। यदि ये तीनों खिलाड़ी इस सीरीज में विफल होते हैं तो उनका टेस्ट करियर स्थायी रूप से खत्म हो सकता है, क्योंकि बीसीसीआई अब अगली पीढ़ी को तैयार करने पर ध्यान दे रही है।