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09-Aug-2025 01:59 PM
By FIRST BIHAR
Raksha Bandhan 2025: वृंदावन के महान संत प्रेमानंद महाराज अपने प्रवचनों में सनातन धर्म से जुड़ी गूढ़ और महत्वपूर्ण बातें साझा करते हैं। उनकी जुबान से निकली हर बात को लोग बड़ी श्रद्धा से सुनते हैं और जीवन में उतारने का प्रयास करते हैं। आज रक्षाबंधन के पावन अवसर पर, प्रेमानंद महाराज ने अपने एक प्रवचन में भाई-बहन के रिश्ते पर विशेष रूप से प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि एक भाई का अपनी बहन के प्रति क्या वास्तविक कर्तव्य होना चाहिए।
प्रेमानंद महाराज के अनुसार, एक भाई का पहला और सबसे महत्वपूर्ण कर्तव्य है जब तक बहन की शादी नहीं हो जाती, तब तक उसकी सुरक्षा का पूर्ण ध्यान रखना। भाई को ऐसा बन जाना चाहिए कि वह बहन की छाया की तरह हमेशा उसके साथ रहे। चाहे बहन घर में हो या बाहर, उसे कभी भी असुरक्षा का अनुभव नहीं होना चाहिए।
उन्होंने यह भी कहा कि किशोर अवस्था में भाई को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह अपनी बहन को सदैव सही मार्ग दिखाए और उसे गलत संगति से बचाए। साथ ही, उसे ऐसा वातावरण प्रदान करना चाहिए, जहां बहन निडर होकर अपनी बात कह सके और खुद को पूरी तरह सुरक्षित महसूस करे।
प्रेमानंद महाराज ने यह भी स्पष्ट किया कि बहन की शादी के बाद भी भाई का प्रेम और कर्तव्य समाप्त नहीं होता। भाई को समय-समय पर अपनी बहन से मिलने जाना चाहिए, उसके सुख-दुख में सहभागी होना चाहिए और यदि संभव हो तो उसके लिए छोटे-छोटे उपहार लेकर जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि चाहे भाई कितना ही व्यस्त क्यों न हो, उसे समय निकालकर बहन के हालचाल अवश्य पूछने चाहिए।