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08-Jan-2025 08:33 AM
By First Bihar
Magha Gupt Navratri 2025: हिंदू धर्म में नवरात्रि का पर्व विशेष महत्व रखता है। पूरे वर्ष में चार नवरात्रि होते हैं, जिनमें से दो गुप्त होती हैं और दो प्रमुख नवरात्रि - शारदीय और चैत्र नवरात्रि होती हैं। 2025 की पहली नवरात्रि माघ गुप्त नवरात्रि के रूप में आने वाली है, जो 30 जनवरी से शुरू होगी और 7 फरवरी तक चलेगी।
गुप्त नवरात्रि का महत्व:
गुप्त नवरात्रि को विशेष रूप से तंत्र-मंत्र साधना और देवी दुर्गा के महाविद्याओं की पूजा के लिए माना जाता है। यह नवरात्रि गुप्त रूप से मनाई जाती है और इस दौरान देवी दुर्गा के 10 महाविद्याओं की पूजा की जाती है, जिससे विशेष ऊर्जा मिलती है और सभी दुखों का निवारण होता है। माघ मास में यह नवरात्रि हिंदू कैलेंडर का अंतिम नवरात्रि पर्व होती है, जो महत्वपूर्ण होती है।
घटस्थापना और शुभ मुहूर्त:
गुप्त नवरात्रि की शुरुआत 30 जनवरी को होगी, और पहले दिन घटस्थापना का विशेष महत्व है। ज्योतिषाचार्य पंडित नंदकिशोर मुद्गल के अनुसार, घटस्थापना का शुभ मुहूर्त प्रातः 8:21 बजे तक है। इसके अलावा, अभिजीत मुहूर्त भी विशेष होता है, जो सुबह 11 बजे से लेकर 11:40 बजे तक रहेगा। इस समय में घटस्थापना करके नवरात्रि की पूजा करना अत्यंत फलदायी माना जाता है।
माघी नवरात्रि में पूजा का महत्व:
माघ मास की नवरात्रि में माता दुर्गा की पूजा के साथ-साथ विशेष रूप से स्नान और दान का महत्व होता है। इसे पुण्य के लिए अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दौरान देवी दुर्गा की पूजा से जीवन में सुख-समृद्धि, शांति और मानसिक शांति प्राप्त होती है।
गुप्त नवरात्रि का पर्व विशेष रूप से तंत्र-मंत्र की साधना और देवी दुर्गा की महाविद्याओं के पूजन के लिए अत्यंत लाभकारी माना जाता है। इस नवरात्रि के दौरान की गई पूजा से जीवन के सभी दुखों का निवारण होता है और मनोवांछित फल प्राप्त होते हैं।