Bihar News: मंत्री संजय सरावगी ने मुजफ्फरपुर में की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश Bihar News: मंत्री संजय सरावगी ने मुजफ्फरपुर में की समीक्षा बैठक, अधिकारियों को दिए जरूरी निर्देश Bengaluru Stampede: विराट कोहली के खिलाफ थाने में शिकायत, बेंगलुरू हादसे को लेकर FIR दर्ज करने की मांग Bengaluru Stampede: विराट कोहली के खिलाफ थाने में शिकायत, बेंगलुरू हादसे को लेकर FIR दर्ज करने की मांग Buxar News: अजय सिंह के नेतृत्व में भारत प्लस इथेनॉल प्लांट की बड़ी उपलब्धि, सफलतापूर्वक विकसित किया CO2 स्टोरेज सिस्टम Buxar News: अजय सिंह के नेतृत्व में भारत प्लस इथेनॉल प्लांट की बड़ी उपलब्धि, सफलतापूर्वक विकसित किया CO2 स्टोरेज सिस्टम Bihar News: बिहार में सबसे सस्ता गोल्ड रेट और मेकिंग चार्ज लेकर आया श्री हरी ज्वेलर्स, मौका कहीं छूट न जाए Bihar News: बिहार में सबसे सस्ता गोल्ड रेट और मेकिंग चार्ज लेकर आया श्री हरी ज्वेलर्स, मौका कहीं छूट न जाए Patna News: पटना में यहां मिल रहा खादी के कपड़ों पर आकर्षक डिस्काउंट, खरीदने के लिए उमड़ रही भारी भीड़ Patna News: पटना में यहां मिल रहा खादी के कपड़ों पर आकर्षक डिस्काउंट, खरीदने के लिए उमड़ रही भारी भीड़
17-Jan-2025 07:00 AM
By First Bihar
Rudraksha: हिंदू धर्म में रुद्राक्ष का अत्यधिक महत्व है, जिसे भगवान शिव के आंसुओं से उत्पन्न माना जाता है। रुद्राक्ष न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि स्वास्थ्य और मानसिक शांति के लिए भी लाभकारी माना जाता है। रुद्राक्ष के विभिन्न प्रकार होते हैं, और हर एक का अपना अलग महत्व और प्रभाव होता है। आइए जानते हैं कि रुद्राक्ष के कितने प्रकार होते हैं और किस रुद्राक्ष को धारण करने से आपको किस तरह के लाभ मिल सकते हैं।
रुद्राक्ष के प्रकार
रुद्राक्ष के कुल 14 प्रकार होते हैं, जिनमें सबसे शक्तिशाली और दुर्लभ रुद्राक्ष "एक मुखी रुद्राक्ष" है। इसे भगवान शिव का स्वरूप माना जाता है और इसे धारण करने से व्यक्ति को भगवान शिव की विशेष कृपा प्राप्त होती है। एक मुखी रुद्राक्ष का धारण करने के लिए कुछ खास तिथियाँ और समय भी शुभ माने गए हैं, जैसे अमावस्या, पूर्णिमा, सावन महीने का सोमवार या शिवरात्रि का दिन।
एक मुखी रुद्राक्ष के लाभ
भगवान शिव की कृपा: एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से भगवान शिव की कृपा प्राप्त होती है, जिससे व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और शांति का वास होता है।
मानसिक शांति: इस रुद्राक्ष के पहनने से मानसिक शांति का अनुभव होता है, जिससे व्यक्ति मानसिक तनाव और चिंताओं से मुक्त रहता है।
बुरे प्रभावों से मुक्ति: एक मुखी रुद्राक्ष को पहनने से व्यक्ति के जीवन में आने वाले बुरे प्रभाव और नकारात्मक ऊर्जा दूर होती है।
रुद्राक्ष पहनने के नियम
रुद्राक्ष का पहनने का पूरा लाभ तभी मिलता है जब इसके साथ कुछ खास नियमों का पालन किया जाए:
ज्योतिषी से परामर्श: रुद्राक्ष पहनने से पहले किसी योग्य ज्योतिषी से सलाह लेनी चाहिए।
रात्रि को रुद्राक्ष निकालना: रात्रि को सोते समय रुद्राक्ष को निकाल देना चाहिए।
मांस-मदिरा से बचना: रुद्राक्ष पहनने वाले व्यक्ति को मांस और मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे रुद्राक्ष के शुभ प्रभाव में कमी हो सकती है।
शमशान या मृत्यु स्थलों पर न जाएं: रुद्राक्ष पहनने के दौरान शमशान या मृत्यु स्थलों पर जाने से बचना चाहिए।
किसे नहीं पहनना चाहिए रुद्राक्ष
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, कुछ विशेष लोगों के लिए रुद्राक्ष पहनने की मनाही भी है:
गर्भवती महिलाएं: गर्भवती महिलाओं को रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए क्योंकि इससे अत्यधिक ऊर्जा निकलती है, जो शिशु के लिए हानिकारक हो सकती है।
ईश्वर पर विश्वास न रखने वाले लोग: यदि कोई व्यक्ति भगवान या धर्म में विश्वास नहीं करता है, तो केवल फैशन के लिए रुद्राक्ष पहनना उचित नहीं है।
मांस-मदिरा का सेवन करने वाले लोग: जो लोग मांस और मदिरा का सेवन करते हैं, उन्हें रुद्राक्ष पहनने से बचना चाहिए।
रुद्राक्ष का धारण एक आध्यात्मिक और धार्मिक क्रिया है, जो व्यक्ति को मानसिक शांति, सुख और समृद्धि प्रदान करने के लिए बेहद प्रभावी है। लेकिन इसके पहनने से पहले सही नियमों और परंपराओं का पालन करना अत्यंत आवश्यक है। सही तरीके से रुद्राक्ष पहनकर आप न केवल भगवान शिव के आशीर्वाद को प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव भी ला सकते हैं।