Chanakya Niti: इन 4 जगहों पर भूलकर भी न खोलें अपना मुंह, वरना टूट सकता है मुसीबतों का पहाड़ Bihar News: तेज रफ्तार पिकअप वैन ने पांच लोगों को रौंदा, एक व्यक्ति की मौत; गुस्साए लोगों ने गाड़ी में लगाई आग Nitin Gadkari: जो करेगा जाति की बात, उसको मारूंगा लात...नितिन गडकरी का पुराना बयान अब वायरल Funny Wedding Card Bihar Police : शादी के कार्ड पर लिखा "बिहार पुलिस फिजिकल क्वालिफाइड" सोशल मीडिया पर वायरल हुआ कार्ड Bihar Crime News: बच्चों के विवाद में व्यक्ति की बेरहमी से हत्या, पड़ोसियों ने ही चाकू से गोद डाला New Income Tax Bill: नया आयकर विधेयक अगले हफ्ते संसद में पेश होगा, आज कैबिनेट की मंजूरी की उम्मीद Labour Day 2025: जानिए क्यों मनाया जाता है 1 मई को मजदूर दिवस, क्या है इसका इतिहास और महत्व? Supreme Court: थाने में फरियादी को मिले उचित सम्मान, सुप्रीम कोर्ट का ऐतिहासिक फैसला Pakistani Nationals Sent Back: 18 साल भारत में बिताए, फिर भी रियाज को पत्नी-बच्चों को छोड़ पाकिस्तान भेजा गया , जानिए क्यों! India Pakistan border: भारत सरकार के आदेश के बाद पाक वापसी से पहले 69 साल के पाक नागरिक की हार्ट अटैक से मौत
28-Jul-2024 03:11 PM
By FIRST BIHAR
PATNA: जेडीयू एमएलसी संजीव कुमार सिंह ने केके पाठक के शिक्षा विभाग का एसीएस रहते स्कूल बैग और अन्य सामानों की खरीद में घोटाले का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि केके पाठक के एसीएस रहते शिक्षा विभाग में भारी वित्तीय अनियमितता हुई है। जांच लिए उन्होंने हाई लेबर कमेटी बनाने की मांग सरकार से की थी। जिसपर शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने जांच कराने की बात कही थी। अब इस मामले में एक्शन की तैयारी शुरू कर दी गई है।
दरअसल, मानसून सत्र के दौरान विधान परिषद में जेडीयू एमएलसी संजीव कुमार सिंह ने शिक्षा विभाग में वित्तीय अनियमितता का मामला उठाया था। उन्होंने दावा किया कि स्कूलों में बेंच डेस्क, बैग और थाली की खरीद में घोटाला किया गया है।उन्होंने सदन में बैग दिखाकर दावा का कि 120 रुपए के बैग को 1200 रुपए में खरीदा गया है। 30 रुपए की थाली का दाम 70 रुपए बताया गया है। उन्होंने दावा किया था कि ऐसे कई तरह के घोटाले शिक्षा विभाग में हुए हैं।
उन्होंने केके पाठक के शिक्षा विभाग का एसीएस रहते लिए गए उनके निर्णयों पर भी सवाल उठाए थे। जेडीयू एमएलसी के सवाल पर शिक्षा मंत्री सुनील कुमार को सदन में जवाब देना पड़ा। उन्होंने कहा कि जहां से भी अनियमितता की बात सामने आई है उसपर एक्शन होगा। कई जिलों में कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। सभी जिलों के डीएम को कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया है। अब इस मामले में शिक्षा विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है।
शिक्षा विभाग के एसीएस एस. सिद्धार्थ ने कहा है कि है कि वित्तीय हेराफेरी को लेकर कंपनी के सीएमडी के खिलाफ एक्शन होगा। एसीएस ने कंपनी के सीएमडी के खिलाफ केस दर्ज कराने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि सप्लायर के खिलाफ कोई एक्शन नहीं होगा। इससे जुड़ी शिकायतों को दर्ज करने के लिए शिक्षा विभाग कॉल सेंटर बनाएगा, जहां इससे जुड़ी शिकायतें दर्ज कराई जा सकती है। दर्ज शिकायतों पर शिक्षा विभाग तुरंत एक्शन लेगा। बता दें कि राज्य के 534 ब्लॉक में एफएलएम कीट का नमूना भेजा गया था।