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21-Jun-2020 05:51 AM
PATNA : पटना में अवैध तरीके से प्राइवेट एक्सचेंज चलाने वाले गिरोह का कनेक्शन आतंकी और अंडरवर्ल्ड की दुनिया से हो सकता है। पटना पुलिस इन बिंदुओं की जांच तेजी से कर रही है। शनिवार को फर्जी एक्सचेंज चलाने के आरोप में गिरफ्तार लोगों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। पटना पुलिस ने राजधानी में 2 दिन पहले फर्जी टेलिफोन एक्सचेंज का खुलासा किया था। इस मामले में पुलिस ने बंगाल के रहने वाले राजीव बनिक और बोकारो के अदनान सामी को गिरफ्तार किया था। इन दोनों से हुई पूछताछ में पुलिस को कई अहम इनपुट मिले हैं जिसके बाद जांच की बिंदुओं को आगे बढ़ाया जा रहा है।
बताया जा रहा है कि आतंकी संगठन और अंडरवर्ल्ड से जुड़े लोग बातचीत के लिए इसी तरह के एक्सचेंज का इस्तेमाल करते हैं। मुंबई से जुड़े छोटा राजन और रवि पुजारी जैसे गिरोह में अब तक फिरौती मांगने के लिए इसी तरह के अवैध एक्सचेंज का सहारा लिया है। साथ ही साथ किसी भी आतंकी गतिविधियों को लेकर मैसेज शेयर करने के लिए भी इस तरह के एक्सचेंज का इस्तेमाल किया जाता है। पुलिस को अब तक जो जानकारी मिली है उसके मुताबिक पटना में अवैध एक्सचेंज का शातिर दिल्ली और गाजियाबाद में बैठा हुआ है। पुलिस ने जिन दो लोगों को इस मामले में गिरफ्तार किया है उनका कहना है कि वह केवल यहां नौकरी कर रहे थे जबकि सारे सिस्टम की मॉनिटरिंग गाजियाबाद से की जाती है। इस पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड रितेश नाम का शख्स बताया जा रहा है।
राजीव बनिक और अदनान सामी के साथ-साथ गाजियाबाद के रितेश, दिल्ली के विकास और देहरादून के अनुराग के खिलाफ भी एफआईआर दर्ज की गई है। इन सभी के खिलाफ आईपीसी की धाराओं के अलावे इंडियन टेलीग्राफ एक्ट की धारा के तहत भी मामला दर्ज किया गया है। अदनान और राजीव ट्रेनिंग लेकर पटना आए थे और उनको सॉफ्टवेयर पर काम करने के साथ-साथ डाटा कॉल को वॉइस कॉल में बदलने की पूरी ट्रेनिंग दी गई थी। इन्हें यह भी गया था कि अगर कभी पुलिस पहुंच जाए तो सबसे पहले सिस्टम को बंद कर देना है। इनको इस बात की भी ट्रेनिंग दी गई थी कि अगर पुलिस पहुंच जाए तो इंटरनेट का तार खींचकर हटा देना है।