Bihar Sarkari Naukri 2025 :बिहार में पंचायत सचिव के लिए 3532 पदों पर वैकेंसी, जल्द करें आवेदन; जानिए कितना लग रहा फॉर्म चार्ज देश सेवा की मिसाल: भारतीय सेना में एक ही परिवार की 5 पीढियां, पहले दादा, फिर पिता अब बेटे को मिली अहम जिम्मेवारी देश सेवा की मिसाल: भारतीय सेना में एक ही परिवार की 5 पीढियां, पहले दादा, फिर पिता अब बेटे को मिली अहम जिम्मेवारी नीतीश सरकार का बड़ा कदम: बिहार में वर्ल्ड स्किल सेंटर मॉडल होगा लागू, युवाओं को मिलेगा विदेश जाने का मौका नीतीश सरकार का बड़ा कदम: बिहार में वर्ल्ड स्किल सेंटर मॉडल होगा लागू, युवाओं को मिलेगा विदेश जाने का मौका Orphan Child Support Scheme : अनाथ व बेसहारा बच्चों को सरकार का सहारा, इस योजना के तहत हर महीने मिल रहा 1 हजार रुपये R Srilekha IPS: कौन हैं पूर्व DGP आर श्रीलेखा? जिन्हें बीजेपी बना सकती है इस शहर का मेयर R Srilekha IPS: कौन हैं पूर्व DGP आर श्रीलेखा? जिन्हें बीजेपी बना सकती है इस शहर का मेयर Bihar Accident News: बिहार में बेकाबू ट्रक ने पांच लड़कों को रौंदा, दो की दर्दनाक मौत; तीन बुरी तरह घायल Bihar Accident News: बिहार में बेकाबू ट्रक ने पांच लड़कों को रौंदा, दो की दर्दनाक मौत; तीन बुरी तरह घायल
24-Aug-2021 03:21 PM
By SONU SHRAMA
MUZAFFARPUR: डॉक्टर को लोग धरती का भगवान मानते हैं। लेकिन मुजफ्फरपुर में डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगा है। डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप परिजनों ने लगाया है। मासूम की मौत से गुस्साएं परिजनों ने नर्सिंग होम में तोड़फोड़ की और जमकर हंगामा मचाया। आक्रोशित लोगों ने इस दौरान मुख्य सड़क पर टायर जलाकर जाम कर दिया। आक्रोशित लोग डॉक्टर और उनके कर्मियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
बताया जाता है कि मिठनपुरा थाना क्षेत्र के पक्की सराय चौक पर मंगलवार को बच्चे की मौत पर परिजनों ने जमकर बवाल काटा। लोगों ने निजी नर्सिंग होम में जमकर तोड़फोड़ की और टायर जलाकर आगजनी करते हुए मुख्य सड़क को जाम कर दिया। अस्पताल के डॉक्टर और कर्मियों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
तिनकोठिया के मोहम्मद आज़ाद ने बताया कि उनके डेढ़ वर्षीय पुत्र सहजाद की तबीयत देर रात अचानक से बिगड़ गयी थी। उसे दस्त और उल्टी हो रही थी। पक्कीसराय चौक स्थित निजी नर्सिंग होम में उसे परिजन लेकर पहुंचे थे। जहां कुछ दवा और सुई देने के बाद घर भेज दिया गया। यह कहा गया कि अब मरीज को सुबह लेकर आना। डॉक्टर की बात मानकर वे बच्चे को लेकर घर चले गए। आज़ाद ने बताया कि मंगलवार को दोबारा बच्चे की तबीयत काफी बिगड़ गयी।
जिसके बाद आनन- फानन में उसे लेकर फिर उसी नर्सिंग होम में परिजन ले गए। जहां एक डॉक्टर ने बच्चे की हाथ का नस पकड़कर कह दिया कि इसकी मौत हो चुकी है। वे लोग वहां से घर चले गए लेकिन कुछ देर बाद बच्चे ने अपने पिता की अंगुली पकड़ा तो सभी दंग रह गए।
आनन फानन में उसे लेकर परिजन सदर अस्पताल पहुंचे लेकिन वहां डॉक्टरों ने बताया कि आधा घंटा पहले लेकर आए होते तो शायद बच्चे की जान बच सकती थी। सदर अस्पताल में मासूम ने दम तोड़ दिया। यह सुनकर परिजन काफी आक्रोशित हो गए और बच्चे के शव को लेकर वे वापस निजी नर्सिंग होम पहुंचे।
जहां अस्पताल के डॉक्टर और कर्मियों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए नर्सिंग होम में तोड़फोड़ करने लगें। इस दौरान दो कर्मियों की पिटाई भी की गयी। लोगों के आक्रोश को देख अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी फरार हो गये। इस दौरान आक्रोशित परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया।
हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद आक्रोशित लोगों को शांत कराया। थानाध्यक्ष भागीरथ प्रसाद ने परिजनों से कहा कि इस मामले की लिखित शिकायत करें तो निश्चित तौर पर पुलिस कार्रवाई करेगी। फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।


