समाजसेवी अजय सिंह ने मदद के बढ़ाए हाथ, पुलिस और आर्मी भर्ती की तैयारी कर रहे युवाओं को सौंपा जंपिंग गद्दा Success Story: पुलिस ने मांगी रिश्वत तो लड़की ने शुरू कर दी UPSC की तैयारी, पहले IPS बनीं; फिर IAS बनकर पिता का सपना किया साकार JEE Main 2025: जेईई मेन में VVCP के छात्र-छात्राओं ने फिर लहराया परचम, जिले के टॉप थ्री पर कब्जा BIHAR NEWS: बिहार के गरीबों के लिए 2102 करोड़ रू की मंजूरी, जल्द ही खाते में जायेगी राशि, डिप्टी CM ने PM मोदी को कहा 'धन्यवाद' Chanakya Niti: दौलत, औरत और औलाद ...चाणक्य ने इन्हें क्यों बताया अनमोल? नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग!
24-Aug-2021 03:21 PM
By SONU SHRAMA
MUZAFFARPUR: डॉक्टर को लोग धरती का भगवान मानते हैं। लेकिन मुजफ्फरपुर में डॉक्टर पर गंभीर आरोप लगा है। डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप परिजनों ने लगाया है। मासूम की मौत से गुस्साएं परिजनों ने नर्सिंग होम में तोड़फोड़ की और जमकर हंगामा मचाया। आक्रोशित लोगों ने इस दौरान मुख्य सड़क पर टायर जलाकर जाम कर दिया। आक्रोशित लोग डॉक्टर और उनके कर्मियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे।
बताया जाता है कि मिठनपुरा थाना क्षेत्र के पक्की सराय चौक पर मंगलवार को बच्चे की मौत पर परिजनों ने जमकर बवाल काटा। लोगों ने निजी नर्सिंग होम में जमकर तोड़फोड़ की और टायर जलाकर आगजनी करते हुए मुख्य सड़क को जाम कर दिया। अस्पताल के डॉक्टर और कर्मियों पर इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग करने लगे।
तिनकोठिया के मोहम्मद आज़ाद ने बताया कि उनके डेढ़ वर्षीय पुत्र सहजाद की तबीयत देर रात अचानक से बिगड़ गयी थी। उसे दस्त और उल्टी हो रही थी। पक्कीसराय चौक स्थित निजी नर्सिंग होम में उसे परिजन लेकर पहुंचे थे। जहां कुछ दवा और सुई देने के बाद घर भेज दिया गया। यह कहा गया कि अब मरीज को सुबह लेकर आना। डॉक्टर की बात मानकर वे बच्चे को लेकर घर चले गए। आज़ाद ने बताया कि मंगलवार को दोबारा बच्चे की तबीयत काफी बिगड़ गयी।
जिसके बाद आनन- फानन में उसे लेकर फिर उसी नर्सिंग होम में परिजन ले गए। जहां एक डॉक्टर ने बच्चे की हाथ का नस पकड़कर कह दिया कि इसकी मौत हो चुकी है। वे लोग वहां से घर चले गए लेकिन कुछ देर बाद बच्चे ने अपने पिता की अंगुली पकड़ा तो सभी दंग रह गए।
आनन फानन में उसे लेकर परिजन सदर अस्पताल पहुंचे लेकिन वहां डॉक्टरों ने बताया कि आधा घंटा पहले लेकर आए होते तो शायद बच्चे की जान बच सकती थी। सदर अस्पताल में मासूम ने दम तोड़ दिया। यह सुनकर परिजन काफी आक्रोशित हो गए और बच्चे के शव को लेकर वे वापस निजी नर्सिंग होम पहुंचे।
जहां अस्पताल के डॉक्टर और कर्मियों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए नर्सिंग होम में तोड़फोड़ करने लगें। इस दौरान दो कर्मियों की पिटाई भी की गयी। लोगों के आक्रोश को देख अस्पताल के डॉक्टर और कर्मचारी फरार हो गये। इस दौरान आक्रोशित परिजनों ने जमकर हंगामा मचाया।
हंगामे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद आक्रोशित लोगों को शांत कराया। थानाध्यक्ष भागीरथ प्रसाद ने परिजनों से कहा कि इस मामले की लिखित शिकायत करें तो निश्चित तौर पर पुलिस कार्रवाई करेगी। फिलहाल पुलिस आगे की कार्रवाई में जुटी है।