बीजेपी ने नितिन नवीन को सौंपी बड़ी जिम्मेदारी, बने पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष Bihar Crime News: बिहार के RJD नेता को पुलिस ने किया अरेस्ट, जानिए.. कौन से मामले में हुई गिरफ्तारी? Bihar Crime News: बिहार के RJD नेता को पुलिस ने किया अरेस्ट, जानिए.. कौन से मामले में हुई गिरफ्तारी? सौतन बनी सगी बहन, जीजा के साथ मंदिर में रचाई शादी, सदमे में दीदी ने किया सुसाइड Bihar Crime News: घर के बाहर युवक का शव मिलने से सनसनी, परिजनों ने हत्या की जताई आशंका Bihar Crime News: घर के बाहर युवक का शव मिलने से सनसनी, परिजनों ने हत्या की जताई आशंका बिहार में शराब की बुरी लत बनी जानलेवा: नशे में धुत शख्स ने दारू समझकर पी लिया बाथरूम में रखा एसिड, तड़पकर हुई मौत बिहार में शराब की बुरी लत बनी जानलेवा: नशे में धुत शख्स ने दारू समझकर पी लिया बाथरूम में रखा एसिड, तड़पकर हुई मौत Bihar Bhumi: बिहार में अब 15 दिनों में होगा परिमार्जन, सीओ पर नकेल कसने की पूरी तैयारी; खत्म होगी कर्मचारी-अधिकारी की मनमानी Bihar Bhumi: बिहार में अब 15 दिनों में होगा परिमार्जन, सीओ पर नकेल कसने की पूरी तैयारी; खत्म होगी कर्मचारी-अधिकारी की मनमानी
06-Feb-2024 07:12 PM
By First Bihar
PATNA: खुद को शेर का बेटा बताने वाले तेजस्वी प्रसाद यादव सुप्रीम कोर्ट में एफेडेविट देकर माफी क्यों मांग रहे हैं. बड़बोले तेजस्वी यादव में अगर हिम्मत होती तो वे अपने बयान पर कायम रहते. पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने आज ये सवाल पूछा है.
सुशील मोदी ने कहा है सारे गुजरातियों को ठग बताने वाले तेजस्वी प्रसाद यादव का सारा बड़बोलापन गायब हो गया है. लोगों के बीच वे खुद को शेर का बेटा बताते हैं. अगर वाकई वे शरे हैं तो गुजरातियों को ठग बताने वाली अमर्यादित टिप्पणी के लिए उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दायर कर माफी क्यों मांग ली है?
सुशील मोदी ने कहा है कि विधानसभा की सदस्यता समाप्त होने के डर से तेजस्वी यादव ने भी राहुल गांधी की तरह लिखित क्षमा याचना कर अपनी गर्दन बचा ली है. यदि वे लालू प्रसाद के पुत्र होने का दंभ भरते हैं और बड़बोले बयान देते हैं, तो झुकने की बजाय अपनी बात पर अड़े रहते और कोर्ट के फैसले का सामना करते. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने भी प्रधानमंत्री को "चौकीदार चोर है" कहा था और उन्हें भी सुप्रीम कोर्ट में माफी मांगनी पड़ी थी.
सुशील मोदी ने कहा है कि ये वही तेजस्वी यादव हैं, जो उपमुख्यमंत्री पद से हटने के बाद भी 5, देश रत्न मार्ग वाला सरकारी बंगला खाली नहीं कर रहे थे. वे कोर्ट गये थे तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट की फटकार सुननी पड़ी थी और 50 हजार रुपये का जुर्माना भी भरना पड़ा था. उन्होंने कहा कि गैरजिम्मेदाराना बयान देने और फिर कोर्ट में माफी मांग कर सजा से बच निकलने की प्रवृत्ति पर प्रभावी अंकुश कैसे लगे, इस पर देश की शीर्ष न्यायपालिका को गंभीरता से विचार करना चाहिए.
सुशील मोदी ने कहा कि जो लोग लोकतंत्र बचाने और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, वे ही अपने अमर्यादित और द्वेषपूर्ण बयानों से लोकतंत्र को बार-बार कलंकित कर रहे हैं.