BIHAR: बंद बोरे में शव मिलने की अफवाह का वैशाली पुलिस ने किया खुलासा, बोरे से निकला दर्जनों मरा हुआ चूहा BIHAR: कंपाउंडर के बेटे ने नीट में 390 रैंक हासिल कर पिता का सपना किया साकार, पहले प्रयास में मिली सफलता बिहार वैश्य महासभा के प्रदेश अध्यक्ष आनंद कुमार बने धार्मिक न्यास पर्षद के सदस्य, वैश्य समाज के लोगों ने दी बधाई ROHTAS: जेल से छूटकर आने के बाद भाई के जख्म का लिया बदला, चलती बस में आरोपी को मारा चाकू ARRAH: समाजसेवी अजय सिंह ने बखोरापुर में मनाया जन्मदिन, खिलाड़ियों और छात्रों को किया सम्मानित डोमिसाइल नीति पर तेजस्वी यादव और आरजेडी की दोहरी सोच बेनकाब: ऋतुराज सिन्हा भाजपा को चाहिए सिर्फ आपका वोट, सीवान में बोले मुकेश सहनी..आपकी तकलीफों से बीजेपी कोई लेना-देना नहीं How to Become Pilot: 12वीं के बाद पायलट बनने का सपना करें पूरा, जानें... कौन सा कोर्स है जरूरी Bihar News: 19 जून को इस जिले में लगेगा रोजगार कैंप, 8वीं पास से लेकर ITI वालों तक के लिए नौकरी Bihar News: शराब मामले में गिरफ्तार महादलित युवक की जेल में मौत, परिजनों का हंगामा
19-Apr-2023 03:28 PM
By First Bihar
DESK: साल 2023 का पहला सूर्य ग्रहण कल यानी 20 अप्रैल को लगने वाला है। गुरुवार की सुबह 07:05 से शुरू होकर सूर्य ग्रहण दोपहर 12:29 पर खत्म होगा। सूर्य ग्रहण बेहद खास माना जा रहा है क्योंकि 19 साल बाद मेष राशि में सूर्य ग्रहण लगने वाला है। साथ ही साथ यह सूर्य ग्रहण तीन रूपों, आंशिक, पूर्ण और कुंडलाकार में दिखेगा। 100 साल बाद ऐसा संयोग बना है जब एक ही दिन में तीन तरह के सूर्य ग्रहण दिखेंगे।
साल का पहला सूर्य ग्रहण 5 घंटे 24 मिनट का होगा। सूर्य ग्रहण का शुभ और अशुभ प्रभाव पूरे देश-दुनिया पर पड़ता है। सूर्य ग्रहण में 12 घंटे पहले सूतक काल लग जाता है। जहां सूर्य ग्रहण का प्रभाव नहीं होता वहां सूतक काल भी मान्य नहीं रहता है। कल लगने वाला सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा। ऐसे में इस दौरान मंदिर के कपाट बंद नहीं होंगे और सभी धार्मिक कार्य किए जा सकेंगे।
साल का पहला सूर्य ग्रहण इसलिए खास माना जा रहा है क्योंकि यह मेष राशि में और अश्विनी नक्षत्र में लग रहा है। ग्रहण का सबसे ज्यादा प्रभाव मेष राशि के जातकों पर दिखाई देगा। बता दें कि भारत को छोड़ कंबोडिया, चीन, अमेरिका, माइक्रोनेशिया, मलेशिया, फिजी, जापान, समोआ, सोलोमन, बरूनी, सिंगापुर, थाईलैंड, अंटार्कटिका, ऑस्ट्रेलिया, वियतनाम, ताइवान, पापुआ न्यू गिनी, इंडोनेशिया, फिलीपींस, दक्षिण हिंद महासागर, दक्षिण प्रशांत सागर, और न्यूजीलैंड में ग्रहण को देखा जा सकेगा।