ब्रेकिंग न्यूज़

Bihar News: बिहार के इन जिलों में इंडस्ट्रियल हब का निर्माण, रोजगार की आने वाली है बाढ़.. Bihar News: बिहार के इन जिलों में एयरपोर्ट का निर्माण, गया हवाई अड्डे को बनाया जाएगा इस मामले में खास.. ISM पटना में व्याख्यान का आयोजन: इसके माध्यम से युवाओं को मिला लैंगिक संवेदनशीलता का संदेश Bihar Cabinet Meeting: नीतीश कैबिनेट का बड़ा फैसला...इस विभाग में 459 लिपिक की होगी बहाली..इन आंदोलनकारियों की पेंशन राशि में भारी वृद्धि अररिया में लूट की कोशिश नाकाम: एक्सीडेंट में घायल हुए दो बदमाश, ग्रामीणों ने हथियार के साथ पकड़ा Bihar Education News: 1st Bihar की खबर का बड़ा असर, भ्रष्टाचार में लिप्त A.E. की सेवा होगी समाप्त.. शिक्षा विभाग को भेजा गया प्रस्ताव, करप्शन की जांच के लिए 3 सदस्यीय कमेटी Patna News: पटना में स्वतंत्रता दिवस पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, ड्रोन से होगी निगरानी Patna News: पटना में गंदगी फैलाने वालों पर होगी कड़ी कार्रवाई, इस दिन से अभियान शुरू Janmashtami 2025: जन्माष्टमी पर क्यों तोड़ी जाती है दही हांडी? जानिए... इस परंपरा का इतिहास और महत्व Bihar News: बिहार में मिला इतने हजार करोड़ का खनिज, खजाने की ई-नीलामी की तैयारी में जुटी केंद्र सरकार

सीएम नीतीश के करीबी मंत्री को जान का खतरा! नक्सलियों ने पोस्टर लगाकर दे दी चेतावनी

सीएम नीतीश के करीबी मंत्री को जान का खतरा! नक्सलियों ने पोस्टर लगाकर दे दी चेतावनी

19-Aug-2024 01:57 PM

By First Bihar

GAYA: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के करीबी मंत्री को दलित विरोधी बताते हुए नक्सलियों ने पोस्टर चस्पा कर आंदोलन की चेतावनी दे दी है। पोस्टर में बकायदा मंत्री का नाम भी लिखा हुआ है। नक्सलियों द्वारा मंत्री के खिलाफ पोस्टर लगाने पर पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया है।


दरअसल, नक्सलियों ने गया के बांकेबाजार थाना क्षेत्र के चौंगाई में बिहार सरकार के मंत्री अशोक चौधरी के खिलाफ पोस्टर लगाया है। पोस्टर में मंत्री को दलित विरोध बताया गया है और कहा गया है कि दलित होकर भी अशोक चौधरी दलित विरोधी हैं। अशोक चौधरी को दलित, महादलित, आदिवासी और किसान विरोधी बताया गया है। मंत्री के खिलाफ एकजुट होकर जन आंदोलन चलाने का आह्वान किया गया है।


पोस्टर में यह भी लिखा हया है कि अशोक चौधरी माओवादियों के खिलाफ अक्सर गलत बयानबाजी करते रहते हैं। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की तरह से लगाए गए पोस्टर में युवाओं से पुलिस और सुरक्षाबलों की कार्रवाई का विरोध करने की अपील की गई है। पर्चे में सरकार के खिलाफ आदिवासी, दलित, महादलित, अल्पसंख्यक और युवाओं से एकजुट होने का आह्वान किया गया है।


इसके साथ ही माओवादियों ने ग्रामीण क्षेत्रों में कमेटियों का गठन, सशस्त्र क्रांति की बात लिखी गई है। साथ ही साथ सरकार और आने वाले विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का भी एलान कर दिया है। गरीब जनता को फर्जी मुकदमें में फंसाने का आरोप लगाया गया है। फिलहाल पुलिस ने पोस्टर को जब्त कर लिया है और छानबीन शुरू कर दी है।