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20-Mar-2022 08:48 PM
MUZAFFARPUR: बिहार के मुजफ्फरपुर की सदर थाना पुलिस महीनों से हर दूसरे-तीसरे दिन एक एडीएम साहब के फोन से परेशान थी. थाने में ADM साहब का कॉल आता-मेरी गाड़ी में किसी ने टक्कर मार दी है, जल्दी गश्ती गाड़ी भेजो. अगर गश्ती गाड़ी भेजने में थोड़ी भी देर हो जाती तो फिर से साहब का कॉल आता-अभी तक गाड़ी नहीं पहुंची. एसएसपी से बात करनी पड़ेगी क्या. एडीएम कभी किसी को पकड़ने के लिए कॉल करते तो कभी किसी को बचाने के लिए. ADM साहेब से पूरा थाना परेशान था लेकिन उन्हें पता नहीं चल पाया कि जिस साहब के इशारे पर वे नाच रहे हैं वह बहुत बड़ा फ्रॉड है. आज जब फर्जी एडीएम की पूरी कहानी लेकर एक व्यक्ति थाना पहुंचा तो पुलिस हैरान रह गयी. पुलिस उसे गिरफ्तार करने पहुंची लेकिन वहां भी जमकर ड्रामा हुआ.
फर्जी एडीएम ने तान दी पिस्टल
दरअसल सारे सबूतों के साथ एक व्यक्ति सदर थाने पहुंचा. उसने एडीएम की पूरी कहानी पुलिस को बतायी. हैरान पुलिस टीम फर्जी एडीएम को गिरफ्तार करने पहुंची. सदर थानेदार सत्येंद्र मिश्रा के नेतृत्व में पुलिस टीम जब उसे पकड़ने पहुंची तो उसने पुलिस पर ही पिस्टल तान दी थी. पिस्टल को देखकर पुलिस कुछ देर के घबरायी. लेकिन इसी बीच पुलिस ने देखा कि फर्जी एडीएम के हाथ कांप रहे हैं. मौका मिलते ही सदर थाने के पुलिस जवानों ने उस पर हमला बोला और झटके में उसे जमीन पर पटक दिया. पुलिसकर्मियों ने उसके हाथ से पिस्टल छीन लिया. जब पिस्टल को देखा तो पता चला कि पिस्टल नकली है.
घर से फर्जीवाड़े के ढेर सारे सबूत बरामद
गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने फर्जी एडीएम के घर की तलाशी ली. पहले उसकी असली पहचान की छानबीन की गयी. पता चला कि वह पटना के गर्दनीबाग का रहने वाला आकाश कुमार है. जो निठल्ला है. उसके घर की तलाशी ली गई तो वहां से कटिहार और मुजफ्फरपुर ADM का प्लेट, मुजफ्फरपुर समाहरणालय का प्लेट, कई फर्जी सरकारी दस्तावेज, दो नकली पिस्टल, कई मेडल, लाल बत्ती, तीन वायरलेस सेट, बिहार सरकार का आईकार्ड बरामद हुआ. उसके फर्जीवाड़े का खेल देखकर पुलिस हैरान थी. लेकिन फर्जी एडीएम रौब में ही था. जब उसे गिरफ्तार कर पुलिस अपनी गाड़ी में बिठा रही थी तब भी उसने खूब धक्का मुक्की की. सिपाहियों ने उसे जबरन गाड़ी में बिठाया और थाने पहुंचाया।
विधवा से शादी रचाकर लाखों ठगे
पुलिस के मुताबिक आकाश कुमार ने फर्जी अफसर बनकर एक विधवा से शादी की. फिर उसका सारा कैश और प्लॉट बेचकर रुपए ठग लिये. मुजफ्फरपुर में वह अपनी पत्नी प्रभा के साथ रहता है, जहां से पुलिस ने उसे धर दबोचा. दरअसल उसकी शिकायत प्रभा के भाई प्रकाश कुमार ने दर्ज कराई है. पुलिस को उसने सारी कहानी बतायी, जिसके बाद फर्जी एडीएम दबोचा गया. टाउन डीएसपी रामनरेश पासवान ने बताया कि उससे पूछताछ चल रही है, जिसके बाद उसे जेल भेज दिया जाएगा।
फर्जी एडीएम के साले प्रकाश ने बताया कि एक साल पहले उस पर औऱ उसकी बहन पर एक केस हो गया था. उसी केस के सिलसिले में वह अपनी बहन के साथ थाने में आया था. थाने में उस समय आकाश कुमार भी मौजूद था. उसने खुद को कटिहार का एडीएम बताया. केस के बहाने उसने विधवा महिला प्रभा देवी से सहानुभूति जतानी शुरू कर दी. उसने पुलिस को मैनेज करने का भरोसा दिलाया और फिर सहानुभूति दिखाते हुए प्रभा के पास आ गया. प्रभा उसके जाल में फंस गय औऱ आकाश ने उससे पिछले साल जुलाई में शादी कर ली.
शादी कर सारा पैसा ठग लिया
प्रकाश कुमार ने बताया कि फर्जी एडीएम ने उसकी बहन का सारा पैसा ठग लिया. शादी के कुछ दिनों बाद तक वह बाहर रहता था. फिर कहा कि उसका ट्रांसफर मुजफ्फरपुर ADM के पद पर हो गया है. मुजफ्फरपुर शहर में प्रभा का घर था. आकाश वहीं पत्नी के घर पर रहने लगा. उसके बाद वह अलग-अलग बहाने बनाकर रुपए ऐंठने लगा. वह कभी कहता था कि उसकी सैलरी रूक गयी है तो कभी कहता था कि पोस्टिंग और प्रमोशन के लिए उपर पैसा देना है. इस तरह से उसने प्रभा के अकाउंट से आठ लाख रुपए ले लिए. फिर उसने प्रभा के सारे गहने भी बेच दिये और उससे 10 लाख रूपये बना लिया. प्रभा का पटना में एक जमीन था. फर्जी एडीएम ने उस जमीन को 40 लाख रूपये में बेचकर पूरा पैसा रख लिया. जब भी प्रभा उससे पैसे मांगती वह टालमटोल जवाब देकर बात को टाल देता था.
DM बनने के नाम भी ठगे पैसे
प्रभा के भाई प्रकाश ने बताया कि उसके जीजा ने दो महीने पहले कहा कि उसका प्रमोशन होने वाला है. वह पहले SDM बनेगा औऱ उसके बाद DM में प्रमोशन हो जायेगा. लेकिन इसके लिए पैसे खर्च करने होंगे. बार-बार पैसे मांगने से प्रकाश को उसपर शक हो गया. लेकिन वह जब भी वह उसे फोन करता और नौकरी से सम्बंधित कोई बात पूछता तो टाल देता था. प्रकाश ने कहा कि जब वह अपने जीजा को फोन करके उसकी नौकरी के बारे में पूछताछ करता तो वह यह कहकर फोन काट देता था कि नीतीश कुमार के आवास से फोन आ रहा है, कभी कहता कि DM का कॉल आ गया तो कभी कमिश्नर का, कभी पटना SSP या मुजफ्फरपुर SSP का कॉल आ रहा है. प्रकाश ने अपने जीजा से नौकरी का सैलरी स्लिप दिखाने को कहा लेकिन उसने नहीं दिखाया।
संपत्ति बिक गया तो पुलिस से की शिकायत
प्रकाश ने कहा कि उसकी बहन तो अपने फर्जी एडीएम पति के झांसे में ही पड़ी थी. लेकिन उसने अपनी बहन का एकाउंट चेक किया तो पता लगा कि पूरा पैसा निकाला जा चुका है।. फिर उसने अपनी बहन से पूछताछ की तो उसने पैसे की पूरी कहानी सुनायी. प्रकाश ने कहा कि उसके बाद उसे यकीन हो गया कि उसका जीजा फर्जीवाडा कर रहा है. उसके बाद वह शिकायत करने थाना पहुंचा. थाने में मौजूद पुलिस अधिकारी आरोपी का नाम सुनते ही चौंक गये. उन्हें समझ में आ गया कि यही व्यक्ति उनपर भी इतने दिनों से धौंस जमा रहा है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस जांच और पूछताछ में उसके सारे राज खुलकर सामने आने लगे. टाउन DSP ने भी उसे देखते ही पहचान लिया कि यह वही व्यक्ति है जो उनके ऑफिस में भी कटिहार ADM बनकर आया था. पुलिस उसके पास से बरामद कागजातों की भी छानबीन कर रही है।


