Bihar weather : बिहार में बर्फीली हवाओं का असर बरकरार, तापमान में गिरावट से बढ़ी ठिठुरन पुलिस की चौकसी पर उठा सवाल: मुजफ्फरपुर में लग्जरी कार सवार बदमाशों का दुस्साहस देखिये, गैस कटर से SBI ATM काटकर 25 लाख उड़ाए तेजस राजधानी एक्सप्रेस में परोसा गया खराब खाना, यात्रियों का आरोप—शिकायत पर बोला स्टाफ “कंप्लेन कही भी कर लो कुछ नहीं होगा” अच्छी नौकरी करने वाली पत्नी को नहीं मिलेगा गुजारा भत्ता, इलाहाबाद हाईकोर्ट का बड़ा फैसला जानिये कौन है प्रमोद निषाद?..जिसने 19 हजार फर्जी आधार कार्ड का पूरा नेटवर्क खड़ा कर दिया जमुई में महादलित युवक को नंगा करके पीटा, वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर किया वायरल IndiGo Flight News: इंडिगो की उड़ानों का रद्द होने का सिलसिला जारी, पटना से 8 फ्लाइट कल कैंसिल आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU आय से अधिक संपत्ति मामला: AIG प्रशांत कुमार के खिलाफ दर्ज FIR रद्द, हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाएगी SVU अगुवानी–सुल्तानगंज पुल का मुख्य सचिव ने किया निरीक्षण, मई 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य
08-Sep-2023 08:49 PM
By First Bihar
KISHANGANJ: बिहार में बदहाल हो चुकी शिक्षा विभाग को दुरुस्त करने का जिम्मा उठा चुके केके पाठक लगातार कड़े फैसले ले रहे हैं। केके पाठक द्वारा हर दिन नए-नए आदेश जारी करने से बिहार के शिक्षकों में हड़कंप मच गया है। शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक की सख्ती का असर अब जिलों में भी दिखने लगा है। जिलों के शिक्षा पदाधिकारी भी केके पाठक के आदेश का हवाला देकर बड़े फैसले ले रहे हैं।
किशनगंज में जिला शिक्षा पदाधिकारी ने 50 फीसदी से कम उपस्थिति वाले स्कूलों को लेकर बड़ा एक्शन लिया है। केके पाठक के आदेश का हवाला देते हुए जिला शिक्षा पदाधिकारी ने किशनगंज के सभी BEO का 7 दिन का वेतन काटने का आदेश जारी किया है। स्कूलों में 50 फीसदी से कम उपस्थिति को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने सभी बीईओ के खिलाफ लिया एक्शन लिया है और जिले के सभी बीईओ का सात दिन का वेतन काटने का आदेश जारी किया है।
इसके साथ ही साथ 50 फीसदी से कम उपस्थिति वाले स्कूलों के शिक्षकों पर भी कार्रवाई का आदेश दिया गया है। जिला शिक्षा पदाधिकारी के इस आदेश के बाद जिले के शिक्षा महकमें में हड़कंप मच गया है। बता दें कि शिक्षा विभाग में अपर मुख्य सचिव का कार्यभार संभालने के बाद से ही केके पाठक अपने फैसलों से लोगों को हैरान कर रहे हैं। केके पाठक ने पिछले दिनों राज्य के सरकारी स्कूलों में कम उपस्थिति को लेकर नाराजगी जताई थी और ऐसे स्कूलों के हेडमास्टर और शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही थी, जिसका असर अब दिखने लगा है।