Bihar News: शिक्षा विभाग का एक भ्रष्ट DPO गिरफ्तार, रिश्वत लेते निगरानी ने पकड़ा, जानें... Bihar News: तेजस्वी नौंवी भी पास नहीं कर सके, उनपर भरोसा कैसे करें? लालू पर BJP का तंज Dsp Suspend: बीपीएससी पेपर लीक कांड के आरोपी DSP को दुबारा किया गया सस्पेंड, हाल ही में हुए थे निलंबन मुक्त Bihar Crime News: गया में 6 वर्षीय बच्ची संग हैवानियत, आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस Bihar News: बिहार में बुनियादी ढांचे का विस्तार, बौंसी ROB के लिए वर्क ऑर्डर जारी Bihar Transport: फोटो भेजें...वाहन का फिटनेस सर्टिफिकेट लें ! बिहार में फिर शुरू हुआ पुराना खेल, सभी ऑटोमेटेड परीक्षण केंद्र पर उठने लगे सवाल, एक दिन में इतना सर्टिफिकेट ? Bihar News: सोन नदी में डूबने से दो किशोरों की मौत, दादी के दाह संस्कार के बाद हुआ दुखद हादसा बेतिया: निजी क्लिनिक में इलाज के दौरान मरीज की मौत, परिजनों ने किया हंगामा, डॉक्टर पर गंभीर आरोप Bihar Crime News: मोकामा में पुलिस टीम पर हमला, SI का सिर फटा; कई कर्मी घायल Success Story: कौन हैं पटना के नए IG जितेंद्र राणा? जानिए... ‘नो नॉनसेंस’ IPS की सफलता की कहानी
23-Jun-2025 10:16 AM
By First Bihar
Life Style: तुलसी को भारतीय धर्म और संस्कृति में एक पवित्र और महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। हर घर में तुलसी का पौधा पूजा जाता है और इसका इस्तेमाल धार्मिक अनुष्ठानों में किया जाता है। लेकिन तुलसी केवल पूजा-पाठ तक सीमित नहीं है, बल्कि इसके औषधीय गुण भी अत्यंत प्रभावशाली हैं। तुलसी में विटामिन्स, कैल्शियम, आयरन, सोडियम सहित कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो हमारी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। आयुर्वेद और आधुनिक विज्ञान दोनों ने तुलसी के स्वास्थ्य लाभों को मान्यता दी है, जो इसे प्राकृतिक औषधि के रूप में लोकप्रिय बनाता है।
तुलसी का सेवन कई तरह की बीमारियों में राहत प्रदान करता है, जिनमें संक्रमण से लेकर श्वसन रोग, तनाव और पाचन तंत्र की समस्याएं शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, तुलसी किडनी की पथरी (स्टोन) को दूर करने में भी सहायक है, जो आज के समय में एक आम समस्या बन चुकी है। किडनी की पथरी का दर्द अकसर बहुत तेज और असहनीय होता है, जिससे पीठ के निचले हिस्से, पेट या पेशाब की नली में तीव्र दर्द होता है। इसके साथ उल्टी, बार-बार पेशाब आना, ठंड लगना या अधिक पसीना आना भी सामान्य लक्षण हैं।
यदि किडनी की पथरी का इलाज समय पर न किया जाए तो पथरी का आकार बढ़ सकता है और जटिलताएं पैदा हो सकती हैं, जिसके लिए सर्जरी तक की जरूरत पड़ सकती है। हालांकि, तुलसी के सेवन से किडनी में पथरी के आकार को कम करने और उसे पेशाब के जरिए बाहर निकालने में मदद मिलती है। तुलसी की चाय में उपस्थित एसिटिक एसिड और एंटी-लिथियासिस गुण पथरी को गलाने और तोड़ने में सहायक होते हैं। ये तत्व छोटे आकार की पथरी को तोड़कर उनके गठन को रोकने में भी कारगर साबित होते हैं।
तुलसी के नियमित सेवन से न केवल पथरी के दर्द में कमी आती है, बल्कि यह किडनी के कार्य को भी सुधारता है और शरीर से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करता है। तुलसी में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन और संक्रमण को कम करते हैं। इसके अलावा, तुलसी का सेवन हृदय स्वास्थ्य, तनाव प्रबंधन और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में भी लाभकारी है।
किडनी की पथरी से बचाव के लिए तुलसी की चाय के साथ-साथ भरपूर पानी पीना, संतुलित आहार लेना और फलों व सब्जियों का सेवन बढ़ाना जरूरी है। तुलसी के साथ अजवाइन, नींबू और अदरक का संयोजन भी किडनी के लिए फायदेमंद माना जाता है।
इसलिए, यदि आपको किडनी में स्टोन की समस्या है या आप इसे बढ़ने से रोकना चाहते हैं, तो नियमित रूप से तुलसी की चाय पीना और स्वस्थ जीवनशैली अपनाना अत्यंत उपयोगी होगा। हालांकि, गंभीर मामलों में चिकित्सक की सलाह और जांच आवश्यक है।