नीतीश कुमार को बड़ा झटका, जेडीयू के पूर्व विधायक मास्टर मुजाहिद आलम ने दिया इस्तीफा Namami Gange Yojana: बिहार के इस जिले को केंद्र सरकार की सौगात, नमामी गंगे और अटल मिशन के तहत मिलेगा साढ़े पांच सौ करोड़ का विकास पैकेज जनेऊ नहीं उतारा तो परीक्षा से किया बाहर, FIR के बाद बढ़ी सियासत Parenting Tips: पढ़ाई के दौरान क्यों आती है बच्चों को नींद? ये काम करें; दूर हो जाएगी परेशानी Bihar politics: बहुमत है, पर नैतिकता नहीं', बीजेपी पर बरसे मनोज झा, वक्फ कानून की वापसी की उठाई मांग! Life Style: हार्ट अटैक से पहले आपका शरीर देता है कई संकेत, अगर यह परेशानी है तो तुरंत टेस्ट कराएं सजना-संवरना बन गया बड़ी मुसीबत: पत्नी ने कराया फेसियल, तो पति ने ससुराल में ही कर दिया बड़ा कांड CBI Raid in Patna: पटना में CBI का बड़ा एक्शन, छापेमारी कर शातिर को दबोचा; जानिए.. क्या है मामला? CBI Raid in Patna: पटना में CBI का बड़ा एक्शन, छापेमारी कर शातिर को दबोचा; जानिए.. क्या है मामला? Bihar Politics: तेजस्वी यादव का कलेजा क्यों फट रहा..? बिहार BJP ने किया खुलासा
08-Feb-2025 07:53 PM
By FIRST BIHAR
Delhi Election Result 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस अपना खाता तक नहीं खोल सकी। 70 में से एक सीट भी कांग्रेस के खाते में नहीं आ सकी। हद तो तब हो गई जब 67 उम्मीदवार अपनी जमानत तक नहीं बचा सके। सिर्फ तीन कांग्रेस उम्मीदवारों ने अपनी जमानत जब्त होने से बचा ली। लागातार तीसरी बार कांग्रेस के फिसड्डी साबित होने के बाद सियासी गलियारे में लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर कांग्रेस की पनौती कौन है?
कांग्रेस लगातार तीसरी बार दिल्ली चुनाव में खाता खोलने में नाकाम रही हालांकि उसके वोट शेयर में 2.1 फीसद का मामूली सुधार जरूर हुआ है जबकि सभी सीटों पर पार्टी को हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने दावा किया है कि साल 2023 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जरूर वापसी करेगी और दिल्ली में सरकार बनाएगी। कांग्रेस यह दावा तब कर रही है जब उसके 70 में से 67 उम्मीदवारों की जमानत तक जब्त हो चुकी है।
जिन तीन उम्मीदवारों ने कांग्रेस की लाज बचाई है, उमनें कस्तूरबा नगर से अभिषेक दत्त, नागलोई जाट सीट से रोहित चौधरी और बादली सीट से देवेंद्र यादव शामिल हैं। कांग्रेस के अधिकतर उम्मीदवार बीजेपी और आम आदमी पार्टी के बाद तीसरे स्थान पर रहे। वहीं कुछ उम्मीदवार तो ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के उम्मीदवारों से भी पीछे रह गए। पार्टी के कई बड़े नेता जो चुनाव मैदान में थे, तीसरे नंबर पर रहे।
कांग्रेस खुद तो अपनी जमानत जब्त होने से नहीं बचा सकी लेकिन आम आदमी पार्टी का खेल बखूबी बिगाड़ दिया। कांग्रेस के वोट में हल्के सुधार ने आम आदमी पार्टी को भारी नुकसान पहुंचाया है। आम आदमी पार्टी को अनुसूचित जाति और मुस्लिम बहुल इलाकों में भारी नुकसान उठाना पड़ा है, जहां कांग्रेस ने मामूली बढ़त तो हासिल की लेकिन आम आदमी पार्टी को नुकसान पहुंचाया, जिसका सीधा लाभ बीजेपी को हुआ है। लागातार तीसरी बार कांग्रेस की दुर्गति बाद लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि आखिर कांग्रेस की पनौती कौन है?