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14-Nov-2025 10:08 AM
By First Bihar
BIHAR election news result : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना के शुरुआती रुझानों में जिला लखीसराय और वहां की विधानसभा सीट लखीसराय विधानसभा सीट तथा तारापुर विधानसभा सीट से उम्मीदवारों की स्थिति काफी दिलचस्प बनी हुई है।
लखीसराय सीट पर वर्तमान उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा (भाजपा) के लिए स्थिति अलबत्ता नाजुक दिख रही है। पहले दौर की गिनती में कांग्रेस के अमरेश कुमार 2,852 वोट के साथ 79 वोटों की बढ़त बनाए हुए हैं, जबकि विजय कुमार सिन्हा इस समय पीछे चल रहे हैं।
यह बढ़त छोटा सा लग सकती है, लेकिन बड़े नामों एवं प्रतिष्ठा वाले प्रत्याशी की हार-जीत की दिशा तय कर सकती है। लखीसराय सीट को इस बार खास माना जा रहा था क्योंकि यहाँ विजय कुमार सिन्हा का राजनीतिक वजन बहुत है तथा पिछली बार उन्होंने जीत दर्ज की थी।
दूसरी ओर, तारापुर विधानसभा सीट पर सम्राट चौधरी (एनडीए गठबंधन) ने इस दायरे में बढ़त बनाई है। शुरुआती आंकड़ों के अनुसार वे लगभग 1,780 वोटों से आगे चल रहे हैं। यह बढ़त एनडीए के लिए एक सकारात्मक संकेत है, खासकर तब जब राज्यभर में गठबंधन को फायदा होते दिख रहा है।
इन दोनों ही सीटों के हलचल में कुछ महत्वपूर्ण बातें स्पष्ट रूप ले रही हैं:
लखीसराय में भाजपा के लिए चुनौती बहुत बड़ी दिख रही है--अगर विजय कुमार सिन्हा इस बढ़त को पलट नहीं पाते, तो उनके लिए प्रतिष्ठा का प्रश्न बन गया है। तारापुर में सम्राट चौधरी ने मजबूती से बढ़त बनाई है, जो इस सीट पर पार्टी की पकड़ को दर्शाती है। दोनों सीटों पर शुरुआती दौर के रुझान हैं; अभी पूरी गिनती बाकी है और परिणाम बदलने की संभावना बनी हुई है। राज्य की सामान्य तस्वीर भी एनडीए के पक्ष में दिख रही है—रुझानों में उन्हें बहुमत के करीब चलते देखा जा रहा है।
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार, इस तरह की बढ़त-पिछड़त सिर्फ वोटों की संख्या नहीं बल्कि जनता की इच्छाओं, स्थानीय मुद्दों और प्रत्याशियों की छवि का भी परिणाम होती है। लखीसराय में विकास-आधारित शिकायतें, प्रत्याशियों की प्रतिष्ठा संघर्ष में रही हैं, वहीँ तारापुर में एनडीए का सक्रिय प्रचार-प्रसार तथा स्थानीय संगठन की ताकत काम कर रही है।
अभी यह कहना जल्दबाजी होगा कि सीट कौन लेगा, लेकिन शुरुआती रुझान स्पष्ट संकेत दे रहे हैं कि लखीसराय में मुकाबला कड़ा है और वहां उलटफेर की संभावना बनी हुई है, जबकि तारापुर में सत्ता पक्ष के लिए राहत की खबर है। मतदान, मतगणना और जिकोण-वोट की गिनती पूरी होने के बाद अंततः स्पष्ट तस्वीर सामने आएगी। इस प्रकार, राज्य की राजनीतिक दिशा तय करने में ये दो सीटें महत्त्वपूर्ण बन गई हैं — जहाँ एक ओर विजय कुमार सिन्हा की हार-जीत की लड़ाई है, वहीं दूसरी ओर सम्राट चौधरी की बढ़त एनडीए को सहारा दे सकती है।