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25-Oct-2025 08:14 AM
By First Bihar
Bihar politics : बिहार के खगड़िया जिले में राजनीतिक हलचल के बीच तेजस्वी यादव की जनसभा रद्द कर दी गई है। संस्थागत पत्राचार और प्रशासनिक आदेशों के अनुसार, 25 अक्टूबर 2025 को संसारपुर खेल मैदान में प्रस्तावित जनसभा को अनुमति नहीं दी गई है। भूमि सुधार कार्यालय (Single Window) कोषांग, खगड़िया ने इस संबंध में पत्रांक 36/दिनांक 24/10/2025 के माध्यम से जानकारी दी है।
पत्र में बताया गया है कि अभिषेक वर्मा और चंदन कुमार के प्रतिनिधियों द्वारा जनसभा के लिए आवेदन दिनांक 23 अक्टूबर 2025 को प्रस्तुत किया गया था। इसके बाद थाना प्रभारी मुफ्फसिल, खगड़िया और अंचलाधिकारी खगड़िया ने अपने प्रतिवेदन प्रस्तुत किए। थाना प्रभारी मुफ्फसिल का प्रतिवेदन दिनांक 24 अक्टूबर 2025 को प्राप्त हुआ, वहीं अंचलाधिकारी खगड़िया का प्रतिवेदन पत्रांक 331/दिनांक 23 अक्टूबर 2025 को कार्यालय में जमा हुआ।
निर्वाची पदाधिकारी, 149-खगड़िया विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र, ने उपरोक्त प्रतिवेदन के आलोक में स्पष्ट किया कि संसारपुर खेल मैदान में प्रस्तावित सभा के लिए अनुमति अस्वीकृत की जाती है। पत्र में उल्लेख है कि यह निर्णय गृह मंत्री भारत सरकार के पूर्व निर्धारित कार्यक्रम और क्षेत्र में विधि व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
भूमि सुधार उप समाहर्त्ता, खगड़िया ने भी सह-हस्ताक्षर करते हुए इस निर्णय की पुष्टि की है। प्रशासन का कहना है कि सार्वजनिक कार्यक्रमों के आयोजन में सुरक्षा और विधिक दृष्टिकोण से संतुलित निर्णय लिया गया है।
जानकारी के अनुसार, तेजस्वी यादव की यह सभा खगड़िया के संसदीय और विधान सभा क्षेत्र में उनके राजनीतिक अभियान का अहम हिस्सा थी। सभा के रद्द होने के बाद पार्टी के समर्थक और कार्यकर्ता काफी उत्सुकता में थे, लेकिन प्रशासन के आदेश के बाद कार्यक्रम को स्थगित करना पड़ा।
वहीं, खगड़िया जिले में बीजेपी के नेता अमित शाह के दौरे को भी ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सभा रद्द करने का निर्णय लिया है। सूत्रों के अनुसार, अमित शाह के दौरे के कारण सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक कड़ा किया गया है, जिसके चलते किसी भी बड़ी सभा के लिए अनुमति देने में कठिनाई उत्पन्न हो रही है।
संसारपुर खेल मैदान में प्रस्तावित सभा में हजारों की संख्या में लोगों के शामिल होने की उम्मीद थी। लेकिन प्रशासन ने साफ किया है कि संसाधनों और सुरक्षा कारणों से ऐसी बड़ी संख्या वाली सभाओं के लिए अनुमति अस्वीकार की जा सकती है।
विशेषज्ञों का कहना है कि चुनावी माहौल में ऐसे निर्णय आम हैं। सुरक्षा और विधि व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए कभी-कभी बड़ी जनसभाओं की अनुमति अस्वीकार कर दी जाती है। खगड़िया जिले में सुरक्षा बलों की तैनाती और प्रशासनिक सतर्कता भी इसी प्रकार के निर्णयों के पीछे की वजह है।
पार्टी सूत्रों ने कहा कि तेजस्वी यादव की रैली रद्द होने के बावजूद उनके चुनावी अभियान में कोई कमी नहीं आएगी। पार्टी कार्यकर्ता अब स्थानीय स्तर पर छोटे-छोटे कार्यक्रमों और क्षेत्रीय सभाओं पर ध्यान केंद्रित करेंगे। इसके अलावा, सोशल मीडिया और जनसंपर्क अभियान के माध्यम से पार्टी का संदेश जनता तक पहुँचाने की रणनीति तैयार की जा रही है।
इस बीच, स्थानीय जनता और समर्थक भी यह देख रहे हैं कि प्रशासन का यह कदम राजनीतिक संतुलन और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। कई लोगों का मानना है कि सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह निर्णय आवश्यक था, जबकि कुछ लोग इसे राजनीतिक दृष्टि से भी देख रहे हैं।
अंततः, तेजस्वी यादव की यह सभा रद्द होने के बावजूद पार्टी अपनी तैयारियों में कोई कमी नहीं आने देगी। आगामी दिनों में गोगरी और अलौली जैसे स्थलों पर नई सभाओं के आयोजन की संभावना है। प्रशासन और पार्टी के बीच सहयोग और संवाद से यह सुनिश्चित किया जाएगा कि चुनावी माहौल शांतिपूर्ण और सुरक्षित रहे।