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17-Oct-2025 05:04 PM
By First Bihar
Bihar Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में 121 विधानसभा क्षेत्रों के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुक्रवार को पूरी हो रही है। नामांकन की अंतिम तारीख के साथ ही बिहार के प्रत्याशियों की संपत्ति और मुकदमों की जानकारी भी सामने आ रही है। इस बार का आंकड़ा दर्शाता है कि बिहार का सबसे अमीर उम्मीदवार किसी बड़े राष्ट्रीय या प्रसिद्ध राजनीतिक परिवार का सदस्य नहीं है।
पटना की मेयर सीता साहू के बेटे शिशिर कुमार इस बार चुनाव में सबसे अमीर उम्मीदवार हैं। उनके नाम पर लगभग 23 करोड़ रुपये की संपत्ति है। इस संपत्ति में उनकी चल और अचल संपत्ति दोनों शामिल हैं। शिशिर कुमार ने अपने हलफनामे में यह जानकारी निर्वाचन अधिकारियों को दी है, जिससे साफ है कि उनकी संपत्ति चुनावी मैदान में अन्य बड़े नेताओं से कहीं अधिक है।
वहीं, बीजेपी के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी तारापुर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने अपने नामांकन पत्र में 10 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति का खुलासा किया है। इसमें 99.32 लाख रुपये की चल संपत्ति और 8.28 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल है। यह आंकड़ा दिखाता है कि सम्राट चौधरी भी संपन्न नेता हैं, लेकिन शिशिर कुमार के मुकाबले उनकी संपत्ति कम है।
लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने हाल ही में राजनीतिक क्षेत्र में नया कदम बढ़ाते हुए जनशक्ति जनता दल का गठन किया है। वे भी चुनावी मैदान में हैं, लेकिन उनकी संपत्ति मामूली है। उनके नामांकन पत्र के अनुसार उनके पास कुल 2.88 करोड़ रुपये की संपत्ति है। इसमें 91.65 लाख रुपये की चल संपत्ति और 1.96 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति शामिल है। दिलचस्प बात यह है कि बीते पांच वर्षों में उनकी चल संपत्ति में गिरावट आई है। वर्ष 2020 में उन्होंने 1.22 करोड़ रुपये की चल संपत्ति घोषित की थी, जो अब घटकर 91.65 लाख रुपये रह गई है। वहीं, उनकी अचल संपत्ति में मामूली बढ़ोतरी हुई है।
तेज प्रताप के छोटे भाई और आरजेडी अध्यक्ष तेजस्वी यादव राघोपुर सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। तेजस्वी यादव की कुल संपत्ति करीब 8.1 करोड़ रुपये बताई गई है। उनके शपथपत्र के अनुसार उनके पास 6.12 करोड़ रुपये की चल संपत्ति और 1.88 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति है। उनके पत्नी राजश्री यादव के पास 1.88 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जिसमें 59.69 लाख रुपये की अचल संपत्ति शामिल है। तेजस्वी के पास 1.5 लाख रुपये नकद हैं, जबकि उनकी पत्नी के पास एक लाख रुपये नकद हैं।
इस बार के नामांकन आंकड़े दिखाते हैं कि बिहार विधानसभा चुनाव में संपत्ति की दृष्टि से सबसे प्रमुख उम्मीदवार कोई भी राष्ट्रीय स्तर के बड़े नेता नहीं हैं। शिशिर कुमार की संपत्ति 23 करोड़ रुपये के करीब होने के कारण वे सबसे अमीर उम्मीदवार हैं। इसके मुकाबले तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव की संपत्ति कम है। सम्राट चौधरी भी संपन्न हैं, लेकिन शिशिर कुमार के सामने उनकी संपत्ति काफी कम नजर आती है।
बिहार चुनाव में उम्मीदवारों के हलफनामे से यह भी साफ होता है कि संपत्ति और राजनीतिक प्रभाव हमेशा सीधे संबंधित नहीं होते। तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव के पास राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव अधिक है, जबकि उनकी संपत्ति अन्य उम्मीदवारों की तुलना में कम है। शिशिर कुमार की संपत्ति भले ही सबसे अधिक है, लेकिन राजनीतिक प्रभाव में वे अन्य वरिष्ठ नेताओं से पीछे हैं।
इस बार चुनाव में संपत्ति और मुकदमों की जानकारी सार्वजनिक होने से मतदाताओं को उम्मीदवारों का आर्थिक और सामाजिक परिदृश्य समझने का अवसर मिलेगा। इससे चुनावी प्रक्रिया में पारदर्शिता बढ़ेगी और उम्मीदवारों के वित्तीय मामलों की तुलना करना आसान होगा। बिहार के मतदाता अब न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण बल्कि उम्मीदवारों की आर्थिक स्थिति के आधार पर भी सोच सकते हैं।
इस तरह बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में नामांकन और हलफनामों के आंकड़े बताने लगे हैं कि सबसे अमीर उम्मीदवार शिशिर कुमार हैं, जबकि तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव जैसी राजनीतिक प्रमुख हस्तियां संपत्ति की दृष्टि से उनसे पीछे हैं। सम्राट चौधरी के पास 10 करोड़ रुपये की संपत्ति है, जो उन्हें संपन्न नेता बनाती है, लेकिन सबसे अमीर उम्मीदवार की सूची में नहीं लाती।
इन आंकड़ों से यह भी स्पष्ट होता है कि बिहार में संपत्ति और राजनीतिक प्रभाव में हमेशा सीधा संबंध नहीं होता। बड़े राजनीतिक परिवारों के उम्मीदवारों की संपत्ति औसत स्तर की है, जबकि कुछ स्थानीय नेताओं और व्यापारिक पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों की संपत्ति काफी अधिक है। यह चुनावी प्रक्रिया में संतुलन और विविधता का उदाहरण पेश करता है।
संपत्ति के मामले में यह रिपोर्ट बिहार चुनाव 2025 के पहले चरण के लिए महत्वपूर्ण संकेत देती है। उम्मीदवारों की आर्थिक स्थिति, उनके हलफनामे और राजनीतिक अनुभव को मिलाकर मतदाता अपनी रणनीति तय कर सकते हैं। इस जानकारी के आधार पर राजनीतिक विश्लेषक भी चुनावी परिणामों का अनुमान लगाना आसान पाएंगे।
इस प्रकार बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में संपत्ति और नामांकन के आंकड़े चुनावी समीकरण को समझने का एक महत्वपूर्ण साधन बन गए हैं। सबसे अमीर उम्मीदवार शिशिर कुमार हैं, तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव की संपत्ति क्रमशः 8.1 करोड़ और 2.88 करोड़ रुपये है, और सम्राट चौधरी के पास 10 करोड़ रुपये की संपत्ति है। यह आंकड़ा चुनावी रणनीति और उम्मीदवारों के वित्तीय प्रभाव को परखने में मदद करेगा।