Bihar Crime News: बिहार में भूमि विवाद सुलझाने पहुंची पुलिस टीम पर हमला, डायल 112 के जवानों ने भागकर बचाई जान; 18 लोगों पर केस दर्ज बिहार में जीविका योजना से बदली महिलाओं की जिंदगी, 57 हजार करोड़ का मिला ऋण Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी Bihar Politics: ‘नीतीश कुमार का विकास शहरों तक ही सीमित’ चचरी पुल के उद्घाटन के मौके पर बोले मुकेश सहनी Kishtwar Cloudburst: किश्तवाड़ में बादल फटने से अबतक 33 की मौत, 100 से अधिक लोग घायल; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Kishtwar Cloudburst: किश्तवाड़ में बादल फटने से अबतक 33 की मौत, 100 से अधिक लोग घायल; रेस्क्यू ऑपरेशन जारी Bihar News: दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्रियों का हंगामा, नाइट लैंडिंग नहीं होने से बढ़ी परेशानी Bihar News: दरभंगा एयरपोर्ट पर यात्रियों का हंगामा, नाइट लैंडिंग नहीं होने से बढ़ी परेशानी अपने प्रिय मित्र सतीश कौशिक की याद में Anupam Kher ने शुरू किया यह नेक काम, अब विश्व भर में हो रही सराहना Bihar Politics: तेजस्वी यादव ने चुनाव आयोग को बताया BJP की B टीम, दो वोटर आईडी को लेकर खूब बरसे
28-Jun-2025 11:16 AM
By FIRST BIHAR
Bihar News: पटना जिले के बाढ़ स्थित एनटीपीसी के सुपर थर्मल पावर प्लांट की एक और यूनिट चालू हो गई है। बाढ़ बिजली घर की स्टेज-1 की तीसरी और अंतिम यूनिट का सफल संचालन पूरा हो चुका है, जिससे अब बिहार को बिजली आपूर्ति का रास्ता और भी सुगम हो गया है।
660 मेगावाट क्षमता वाली इस यूनिट का सफल ट्रायल 5 जून को संपन्न हुआ था और अब इससे 1 जुलाई से वाणिज्यिक उत्पादन शुरू होगा। इस यूनिट से बिहार को 370 मेगावाट बिजली प्राप्त होगी। बाढ़ बिजली घर की इससे पहले चालू की गई 660 मेगावाट की चार यूनिट्स से पहले ही बिहार को बिजली मिल रही है।
अब पांचवीं यूनिट के संचालन से बाढ़ सुपर थर्मल पावर प्लांट की कुल उत्पादन क्षमता बढ़कर 3300 मेगावाट हो जाएगी। स्टेज-1 की तीनों यूनिट्स (3×660 मेगावाट) से बिहार को 56.08% हिस्सेदारी के तहत 1110 मेगावाट बिजली आवंटित है। वहीं, स्टेज-2 की दो यूनिट्स (2×660 मेगावाट) से 86.04% हिस्सेदारी के तहत 1136 मेगावाट बिजली बिहार को मिलेगी।
इस प्रकार, बाढ़ परियोजना की कुल 3300 मेगावाट स्थापित क्षमता में से बिहार को कुल 2246 मेगावाट बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित हो सकेगी। इससे राज्य को बिजली की अधिक मांग वाली अवधि में निर्बाध आपूर्ति मिल सकेगी, और आने वाले वर्षों में बिजली संसाधनों की पर्याप्तता सुनिश्चित करने में भी यह परियोजना अहम भूमिका निभाएगी।