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26-Oct-2025 09:58 AM
By First Bihar
Bihar News: बिहार में बड़े पैमाने पर प्रवासी मजदूर दीपावली और छठ मनाने के लिए राज्य लौटे हैं, जबकि राज्य में विधानसभा चुनाव का भी आगाज हो चुका है। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर और दूसरे चरण का मतदान 11 नवंबर को होना है। लेकिन छठ पर्व के बाद लगभग 20 लाख प्रवासी अपने काम पर लौट जाएंगे, जिससे चुनाव में उनकी भागीदारी प्रभावित हो सकती है।
रेलवे ने इस अवसर पर यात्रियों की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। नियमित ट्रेनों के अलावा बिहार से 4000 अतिरिक्त ट्रेनों के सह फेरे चलाने का निर्णय लिया गया है। इनमें यात्रियों ने पहले ही अपनी वापसी के लिए रिजर्वेशन करा लिया है। आंकड़ों के अनुसार, 28 अक्टूबर से 5 नवंबर के बीच सबसे अधिक 14 लाख यात्रियों ने वापसी के लिए रिजर्वेशन कराया है, जबकि 6 से 10 नवंबर के बीच 6 लाख यात्रियों ने कंफर्म टिकट लिया है। इसके अतिरिक्त, रेलवे का अनुमान है कि 28 अक्टूबर से 10 नवंबर के बीच जनरल कोच से लगभग 10 लाख यात्री और यात्रा कर सकते हैं।
पिछले वर्ष 2024 में 8 नवंबर को छठ पर्व की समाप्ति के बाद 8 से 14 नवंबर के बीच लगभग 42 लाख यात्री लौटे थे। हालांकि इस वर्ष यह संख्या कुछ कम रहने का अनुमान है, लेकिन रेलवे ने इसके लिए 12000 फेरे लगाने वाली सैकड़ों स्पेशल ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है। राजनीतिक दलों की कोशिशों के बावजूद प्रवासियों की लौटने की गति को रोकना संभव नहीं हुआ है।
पटना के प्रमुख रेलवे स्टेशनों जैसे पटना जंक्शन, राजेंद्र नगर और दानापुर पर घर लौटने वाले प्रवासी मजदूरों ने बताया कि वे मतदान में हिस्सा लेंगे। हालांकि, कर्मचारी और अधिकारी वर्ग में चुनाव में भागीदारी के प्रति उत्साह कम दिखा। प्रवासियों की संख्या और उनके लौटने के समय का चुनावी नतीजों पर असर पड़ सकता है।
वहीं, इस साल बिहार में प्रवासियों की वापसी और त्योहारों के समय की निकासी को देखते हुए चुनाव आयोग और प्रशासन को मतदान व्यवस्था और सुरक्षा इंतजामों में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है।