आतंकी हमले के खिलाफ छातापुर में कैंडल मार्च, यह निर्दोष लोगों पर नहीं, बल्कि पूरे भारतवर्ष की आत्मा पर हमला है: संजीव मिश्रा सीतामढ़ी में ट्रांसजेंडर से अवैध संबंध के चलते युवक की हत्या, पूजा समेत चार आरोपी गिरफ्तार Pahalgam Terror Attack: अटारी-वाघा बॉर्डर बंद होने से वापस लौट गई शैतान सिंह की बारात, बेकार गया 4 साल लंबा इंतजार IAS अधिकारी KK पाठक की बिहार से विदाई, अब केंद्र में निभाएंगे नई जिम्मेदारी Paghalgam Terror Attack: भारत इस दिन कर सकता है पाकिस्तान पर हमला, पाकिस्तान के पूर्व उच्चायुक्त का बड़ा दावा बिहार में समलैंगिक विवाह का मामला: 3 बच्चों की मां ने नाबालिग लड़की से की शादी Pahalgam Terror Attack: “चलो मंदिर चलते हैं”, कैसे भगवान शिव के आशीर्वाद ने बचा ली इस कपल की जान, पढ़कर आप भी कहेंगे “हर हर महादेव” हाजीपुर-शाहपुर पटोरी-बरौनी-मानसी के रास्ते दानापुर और सहरसा के बीच चलायी जा रही स्पेशल ट्रेन का विस्तार, 29 अप्रैल से सुपौल तक परिचालन बिहार में भीषण गर्मी का सितम: औरंगाबाद में पारा 46.2 डिग्री पार, पटना के संपतचक में 45.7 °C, रात में बारिश होने की संभावना Mohan Bhagwat: ‘पड़ोसियों को हम तंग नहीं करते लेकिन दंड देना राजा का कर्तब्य’ RSS प्रमुख मोहन भागवत का बड़ा बयान
25-Feb-2025 09:43 AM
By First Bihar
BIHAR NEWS : बिहार के लखीसराय जिले से एक बड़ी खबर निकल कर सामने आ रही है। जहां मिड डे मील खाने के बाद 100 से ज्यादा बच्चे बीमार हो गए हैं।
दरअसल, जिले के पिपरिया अंचल अतंर्गत मुडवरिया गांव के उत्क्रमित मध्य विद्यालय का है। जहां दोपहर को मध्यान भोजन में छिपकली मिलने के बाद भी शिक्षिकों के द्वारा बच्चों को भोजन खिलाने का आरोप है। जिसके कारण लगभग 104 बच्चे बीमार हो गए हैं।
जानकारी के मुताबिक, शाम आठ बजे चार-पांच बच्चों को काफी उलटिंया शुरू हो गई। इस बात की खबर दूसरे घरों से भी मिलने लगी। जिसके बाद देखते ही देखते कई बच्चे बीमार हो गए। इसके बाद अभिभावक अपने बच्चे को लेकर लखीसराय सदर अस्पताल इलाज के लिए पहुंच गए। जहां 104 बच्चों को भर्ती कराया गया है।
वहीं, सूचना मिलते ही लखीसराय के अनुमंडल पदाधिकारी चंदन कुमार और एसडीपीओ शिवम कुमार अपने दलबल के साथ लखीसराय सदर अस्पताल पहुंच गए।
उन्होंने बच्चों का हालचाल पूछा और और डॉक्टरों को बेहतर इलाज करने का आदेश दिया। एसडीओ चंदन कुमार ने बताया कि जो बच्चे स्वस्थ हो रहे उन्हें उनके अभिभावक के साथ घर भेजा जा रहा है। जिसमें कुल 35 बच्चे अपने घर जा चुके हैं, बाकी सभी का इलाज अभी सदर अस्पताल में चल रहा है।