Mokama Tirupati Balaji Temple : मोकामा में तिरूपति बालाजी की तर्ज पर बनेगा भव्य मंदिर, बिहार सरकार ने मात्र 1 रुपए में TTD को दी 10.11 एकड़ जमीन SSC paper leak : एसएससी पेपर लीक कांड के मास्टरमाइंड का साला गिरफ्तार, कई राज्यों में फैला नेटवर्क बेनकाब; नीट–बीपीएससी समेत कई परीक्षाओं में खेल का खुलासा Bihar Jobs: बिहार में यहाँ रोजगार मेला का आयोजन, सैलरी 21 हजार से शुरू; रहना-खाना मुफ्त BIHAR POLICE : रामकृष्ण नगर थाना प्रभारी संजीव कुमार का अचानक हार्ट अटैक से निधन, पुलिस महकमे में मातम का माहौल JP Ganga Path : बदल जाएगा दानापुर–बिहटा का पूरा सफर, इतने दिनों के अंदर बनेगी 10 मीटर चौड़ी नई सड़क Excise department raid : बिहार में उत्पाद विभाग की टीम पर ईंट-पत्थर से हमला,3 सिपाही घायल, फायरिंग कर ग्रामीणों ने आरोपी को छुड़ाया Bihar Crime News: बिहार में 21 वर्षीय महिला की गोली मारकर हत्या, पुलिस जांच में जुटी land mutation : दाखिल-खारिज में देरी पर नीतीश सरकार सख्त, डिप्टी सीएम का बड़ा आदेश; जमीन खरीदारों को मिलेगी राहत MLA Subhash Singh : विधायक के औचक निरीक्षण में स्वास्थ्य व्यवस्था की खुली पोल, इमरजेंसी में डॉक्टर गायब; ब्लड टेस्ट के नाम पर वसूली का आरोप Bihar News: बिहार के इन शहरों में प्रदूषण बना चिंता का विषय, AQI देख विशेषज्ञ भी परेशान
09-Oct-2025 05:31 PM
By Ajit Kumar
JEHANABAD: जहानाबाद जिले के काको प्रखंड में कार्यरत डाटा ऑपरेटर सतीश कुमार ने जमीन के दाखिल खारिज के बदले कुल 15 हजार रुपए की मांग की थी। जिसमें आज 3000 हजार रुपए घूस की पहली किस्त लेते निगरानी की टीम ने रंगे हाथ प्रखंड कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया।
इस मामले में निगरानी विभाग के डीएसपी ने बताया कि आवेदनकर्ता खालिसपुर निवासी नीरज कुमार ने निगरानी विभाग के कार्यालय में लिखित आवेदन देकर यह शिकायत दर्ज कराया था कि मेरे अपनी जमीन के दाखिल खारिज के लिए काको प्रखंड के डाटा ऑपरेटर के द्वारा कुल 15000 घूस मांगा जा रहा है। इसकी लिखित शिकायत के आधार पर निगरानी की टीम ने मामले के सत्यता की जांच की।
जिसमें यह बात सही पाया गया। जिसके बाद निगरानी की टीम ने 3000 घूस लेते रंगे हाथ कार्यालय से गिरफ्तार किया। वही खालिसपुर निवासी शिकायतकर्ता नीरज कुमार ने बताया कि जमीन के दाखिल खारिज के लिए डाटा ऑपरेटर फरवरी माह से ही परेशान कर रहा था। हम कार्यालय के चक्कर लगाते लगाते थक गए थे। तब जाकर हमने इस बात की शिकायत निगरानी विभाग के कार्यालय में की थी।
जिस शिकायत के आधार पर निगरानी विभाग की टीम ने मामला की सत्यता की जांच की और आज 15000 में से पहले क़िस्त 3000 देना था उन्होंने लिया और पैसा लेते हैं निगरानी विभाग की टीम के द्वारा रंगे हाथ गिरफ्तार किया है गिरफ्तारी करने के बाद जरूरी पूछताछ कर निगरानी की टीम इन्हें अपने साथ आगे की कार्रवाई के लिए पटना ले गई है।


