लवली आनंद ने सुनाई जंगलराज की कहानी : कहा-जंगलराज के खिलाफ लड़ाई लड़ी तो हम अपराधी हो गए : आनंद मोहन बाहुबली नहीं कलमजीवी हैं

लवली आनंद ने सुनाई जंगलराज की कहानी : कहा-जंगलराज के खिलाफ लड़ाई लड़ी तो हम अपराधी हो गए : आनंद मोहन बाहुबली नहीं कलमजीवी हैं

SHEOHAR : शिवहर लोकसभा क्षेत्र से JDU प्रत्याशी लवली आनंद ने आज जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह डीएम सौरभ जोरवाल के समक्ष अपना नामांकन का पर्चा दाखिल कर दिया। लवली आनंद के साथ उनकी पुत्री सुरभी आनंद और छोटे बेटे अंशुमन आनंद मौजूद थे। नामांकन के बाद लवली आनंद ने कहा कि लोग आनंद मोहन को बाहुबली कहते हैं लेकिन वह कलमबली, साहित्यकार और कवि हैं। लवली आनंद ने कहा कि जंगलराज के खिलाफ हमने लड़ाई लड़ी तो हम अपराधी हो गए। 


लवली आनंद ने कहा कि हमारा परिवार स्वतंत्रता सेनानी के परिवार से ताल्लुक रखता है। उनके पुर्वजों ने आजादी की लड़ाई में अपनी कुर्बानियां दी हैं। उनका परिवार स्वतंत्रता आंदोलन की उपज है। उन्हें किसी से भी प्रमाणपत्र लेने की जरुरत नहीं है। जनता की अदालत सबसे बड़ी अदालत है। हम इस अदालत में आए हैं, जहां फैसला यहां की जनता को करना है। हमें उम्मीद है कि जनता हमें मौका देगी और मुझे भारी से भारी मतों से विजयी बनाएगी। 


नामांकन के बाद एनडीए प्रत्याशी लवली आनंद ने एक जनसभा को संबोधित किया। इस मौके पर उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, सम्राट चौधरी, जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा, शाहनवाज हुसैन, उपेंद्र कुशवाहा, संतोष सुमन सहित एनडीए के कई नेता मंच पर मौजूद थे। इस दौरान शिवहर की जनता को संबोधित करते हुए लवली आनंद ने कहा कि आज से पांच साल पहले वर्ष 2017 में इसी मैदान में मैंने आपकी समस्या को लेकर पदयात्रा की थी। किसान, मजदूरों और शिवहर की जनता की समस्याओं को लेकर 15 दिन तक पदयात्रा की थी। निर्दोष होते हुए भी 16 साल तक आनंद मोहन जेल में थे। तब भी हमने कभी बैठकर रोना नहीं सीखा। 


इस दौरान भी शिवहर की जनता के साथ खड़ी रही। शिवहर की जनता की समस्याओं को लेकर कदम से कदम मिलाकर सड़क पर उतरी। हमारा कार्यक्रम हमारा संघर्ष जारी रहा। आज भले ही हमे कोई गाली दे दे लेकिन मैं मंच से कहूंगी की गाली देना आसान है। मैं फख्र से बोलूंगी कि गाली देना आसान है लेकिन लवली आनंद बनना बहुत मुश्किल है। यहां की जनता ने आनंद मोहन को दो-दो बार सांसद बनाया है। आनंद मोहन सबको साथ लेकर चले हैं। 


लवली आनंद ने कहा कि वैशाली से वर्ष 1994 में मैं चुनाव लड़ी थी और वैशाली की जनता ने मुझे जिताया था। उसी समय से जनाधार वाले नेता आनंद मोहन को घेरने की कोशिश शुरू की गयी। केस में उन्हें फंसाया गया। लेकिन यहां की जनता ने दो-दो बार उन्हें क्लिनचिट भी दिया और उन्हें सांसद बनाया। लोकतंत्र में जनता की अदालत सबसे बड़ी अदालत होती है। हम इसी अदालत में आए हैं। कोई अपराधी कहता है कोई कुछ कहता है। मैं इसकी परवाह नहीं करती। जिसे हमारा इतिहास मालूम नहीं है, वही हमें अपराधी कहते हैं। जबकि हमारे पूर्वज स्वतंत्रता सेनानी थे। उन्होंने देश के लिए कुर्बानी दी। लवली आनंद ने शिवहर की जनता से 25 मई को अपना आशीर्वाद देकर सेवा का मौका देने की अपील की। 


लवली आनंद ने इस दौरान जंगलराज की कहानी भी सुनाई। उन्होंने बताया कि जंगलराज में क्या-क्या होता था। लवली आनंद ने कहा कि जंगलराज के खिलाफ हमने लड़ाई लड़ी तो हम अपराधी हो गये। उस समय रोम जल रहा था और नीरो बंशी बजा रहा था। जब नीतीश कुमार सत्ता में आए तब जाकर जंगलराज खत्म हुआ। नीतीश कुमार के नेतृत्व में सुशासन की सरकार बिहार में बनी। 


लवली आनंद ने कहा कि लोकसभा चुनाव का दूसरा चरण खत्म हो गया है। लेकिन अभी तक  विपक्ष की तरफ से प्रधानमंत्री का चेहरा सामने नहीं आया है। जब विपक्ष के पास प्रधानमंत्री का कोई चेहरा ही नहीं है तब वोट बर्बाद करने से क्या फायदा होगा। इसलिए हम कहेंगे कि देश की जनता नरेंद्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाए। उन्होंने देशवासियों के लिए बहुत काम किये हैं। जात-पात से ऊपर होकर हमें एक मौका दें। बिहार में डबल इंजन की सरकार है। इस सरकार में डबल काम होगा। इसलिए पीएम मोदी के हाथों को मजबूत बनाएं।