विरोधी भी हुए बाबा बागेश्वर के मुरीद: हनुमंत कथा में शामिल हो सकते हैं लालू-तेजस्वी, जानिए.. कैसे हुआ हृदय परिवर्तन

विरोधी भी हुए बाबा बागेश्वर के मुरीद: हनुमंत कथा में शामिल हो सकते हैं लालू-तेजस्वी, जानिए.. कैसे हुआ हृदय परिवर्तन

PATNA: बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र शास्त्री के पटना दौरे का विरोध करने वाले भी अब उनके मुरीद हो गए हैं। बाबा बागेश्वर का विरोध करने पर हुई फजीहत के बाद आरजेडी का अचानक हृदय परिवर्तन हो गया है। ऐसी संभावना जताई जा रही है कि आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव बाबा बागेश्वर के दरबार में हाजरी लगा सकते हैं। आरजेडी ने दावा किया है कि पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने मिलने की इच्छा जताई है।


दरअसल, नौबतपुर के तरेत पाली में पंडित धीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम की चर्चा होने के साथ ही उनका विरोध भी शुरू हो गया था। लालू के बड़े लाल और बिहार सरकार के मंत्री तेजप्रताप यादव ने धीरेंद्र शास्त्री का खुलकर विरोध किया था और उन्हें एयरपोर्ट से बाहर नहीं निकलने देने की बात कही थी। इसके बाद आरजेडी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने तो यहां तक कह दिया कि धीरेंद्र शास्त्री जैसे लोगों को जेल में होना चाहिए, अगर वे बाहर हैं तो यह आश्चर्य की बात है। इसके बाद आरजेडी के तमाम नेताओं ने बाबा को ढोंगी से लेकर न जाने और भी क्या क्या कहा और धीरेंद्र शास्त्री का विरोध करने वाले तेजप्रताप यादव फ्रेम से आउट हो गए।


बाबा बागेश्वर के हनुमंत कथा में लाखों लोगों की उमड़ी भीड़ को देख आरजेडी का हृदय परिवर्तन हो गया और वह बैकफुट पर आ गई। अब आरजेडी ने दावा किया है कि धीरेंद्र शास्त्री ने लालू और तेजस्वी से मिलने की इच्छा जताई है और आयोजन समिति के लोगों से बुलावा भेजा है। आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि बाबा के निर्देश पर आयोजन समिति के लोगों ने राबड़ी आवास पहुंचक तेजस्वी यादव को कार्यक्रम में आने का निमंत्रण दिया है। 


आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि तेजस्वी यादव का मानना है कि यह देश संविधान और नियम कानून से ही चलेगा लेकिन पार्टी के नेता स्पष्ट तौर पर कह चुके हैं कि वे सभी धर्मों, धर्मगुरुओं और धर्मग्रंथों का सम्मान करते हैं। महागठबंधन की सरकार भी सभी धर्मों और धर्मगुरुओं का सम्मान करती है। बाबा बागेश्वर ने बुलाया है तो तेजस्वी यादव और लालू प्रसाद तरेत जाने पर विचार करेंगे।