विधायकों की पिटाई पर भावुक हुए मांझी, बोले.. विधानसभा में मेरी आखिरी पारी है

विधायकों की पिटाई पर भावुक हुए मांझी, बोले.. विधानसभा में मेरी आखिरी पारी है

PATNA : विधानसभा में विधायकों की पिटाई के मसले पर पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी भावुक हो गए. जीतन राम मांझी तेजस्वी यादव के बाद अपनी बात रखने के लिए सदन में खड़े हुए तो उन्होंने 23 मार्च की घटना पर गहरा अफसोस जताया कि उन्होंने संसदीय जीवन देखा है. इस दौरान सदन में कई तरह की घटनाएं भी देखी है. लेकिन 23 मार्च को सदन में जो कुछ हुआ वह वाकई उसके पहले कभी देखने को नहीं मिला.


जीतन राम मांझी ने कहा कि यह शायद उनकी आखिरी पारी है. विधानसभा में शायद अगली बार वह ना हो लेकिन उन्हें इस बात पर अफसोस है कि कुछ विधायकों के आचरण से सदन कलंकित हुआ. विधायकों की पिटाई करने में जो लोग भी दोषी हैं. विधानसभा की आचार समिति उसे देख रही है. मांझी ने यह कहने से गुरेज नहीं किया कि विपक्षी विधायकों के साथ-साथ सत्ता पक्ष के भी कुछ लोगों ने हंगामे में भूमिका निभाई.


जीतन राम मांझी ने कहा कि तेजस्वी यादव अगर सदन में यह कह रहे हैं कि विपक्षी विधायकों पर कार्रवाई करने की बजाय उन पर कार्रवाई की जाए. तो यह भी गलत है. तेजस्वी यादव को यह बताना चाहिए कि आखिर किस नियम के तहत दूसरे के कृत्य की सजा उन्हें दी जा सकती है. मांझी ने कहा कि तेजस्वी ऐसा बयान देकर कहीं न कहीं विधानसभा अध्यक्ष को ही धमकी दे रहे हैं. जीतन राम मांझी ने कहा कि उन्होंने लंबे राजनीतिक जीवन में हमेशा आदर्श की राजनीति की है. कर्पूरी ठाकुर जैसे राजनीतिक धरोहरों को इसी सदन में देखा है. लेकिन सदन को कलंकित करने वाले दिन से दाग किस तरह मिटे इस पर सब को सोचना होगा.