महागठबंधन में फंसा पेंच: कुशेश्वरस्थान सीट नहीं छोड़ेगी कांग्रेस, परंपरागत सीट पर उम्मीदवार उतारने का एलान

महागठबंधन में फंसा पेंच: कुशेश्वरस्थान सीट नहीं छोड़ेगी कांग्रेस, परंपरागत सीट पर उम्मीदवार उतारने का एलान

PATNA : बिहार विधानसभा की दो खाली सीटों पर उपचुनाव के बाद महागठबंधन में रार ठन गई है. एक ओर जहां एनडीए ने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. वहीं दूसरी ओर महागठबंधन में कांग्रेस और आरजेडी के बीच पेंच फंस गया है. दरअसल कांग्रेस पार्टी अपनी परंपरागत सीट कुशेश्वरस्थान को छोड़ना नहीं चाहती और आरजेडी इसबार दोनों सीटों पर ताल ठोंकने की तैयारी कर रही है.


शनिवार को कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा और राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने राजद के सामने ये स्पष्ट कर दिया कि कुशेश्वरस्थान सीट से कांग्रेस पार्टी अपना उम्मीदवार उतारेगी. इसलिए लिए पार्टी आलाकमान से बातचीत चल रही है. कांग्रेस पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा ने कहा कि "पार्टी आलाकमान उम्मीदवार की घोषणा करेगी. आज शाम तक प्रदेश की टीम अपना रिपोर्ट आलाकमान के पास भेज देगी. कुशेश्वरस्थान कांग्रेस की परंपरागत सीट है. इसलिए पार्टी लड़ना चाहती है."


उधर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह ने मीडियाकर्मियों से कहा कि "कुशेश्वरस्थान सीट से पिछली बार भी कांग्रेस पार्टी लड़ी थी. इसबार भी कांग्रेस ही लड़ेगी. कोई कन्फयूजन नहीं है. आरजेडी और तेजस्वी यादव के नेतृत्व में कांग्रेस लड़ी थी. इसबार भी महागठबंधन वैसे ही चुनाव लड़ेगी. महागठबंधन के नेता साझा प्रेस कांफ्रेंस में उम्मीदवारों की घोषणा करेंगे."


गौरतलब हो कि कुशेश्वरस्थान विधानसभा कांग्रेस की परंपरागत सीट है. 78 कुशेश्वरस्थान विधानसभा का परिसीमन होने से पहले कुशेश्वरस्थान दोनों प्रखंड सिंघिया विधानसभा क्षेत्र में शामिल थे. यहां से लगातार कई बार कांग्रेस ने चुनाव जीता है. विधानसभा का परिसीमन होने के बाद भी कुशेश्वरस्थान विधानसभा में महागठबंधन की ओर से कांग्रेस की ही उम्मीदवारी रही है. 


कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता और विधानसभा उपचुनाव के पार्टी पर्यवेक्षक आनंद माधव ने कहा कि पिछली बार 2020 में विधानसभा चुनाव में पार्टी का वोट प्रतिशत अच्छा रहा. चुनाव के अंतिम चरण में कुछ कारणों से कमी हुई थी, जिसकी समीक्षा हुई है. विधानसभा उप चुनाव में पार्टी पूरे दम खम से चुनाव लड़ेगी और जीतेंगे भी.


गौरतलब हो कि बीते मंगलवार को निर्वाचन आयोग की ओर से बिहार विधानसभा की दो सीटों के लिए उपचुनाव की घोषणा की गई थी. भारत निर्वाचन आयोग की ओर से जारी प्रेस नोट के मुताबिक कुशेश्‍वरस्‍थान और तारापुर पर होने वाले मतदान का परिणाम दो नवंबर को आएगा. इन दोनों सीटों के लिए एक अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी किया जायेगा.


आठ अक्टूबर तक उम्मीदवार अपना नामांकन पत्र दाखिल कर सकेंगे. 11 अक्टूबर को स्क्रूटनी होगी जबकि 16 अक्टूबर तक कैंडिडेट्स अपना नाम वापस ले सकते हैं. 30 को वोटिंग के बाद 2 नवंबर को रिजल्ट आएगा और 5 नवंबर से पहले उपचुनाव की प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.