तेजस्वी के वायरल पोस्टर पर BJP ने कसा तंज, कहा- सिर्फ एक बंदा काफी है बिहार में जंगलराज वापस लाने के लिए

तेजस्वी के वायरल पोस्टर पर BJP ने कसा तंज, कहा- सिर्फ एक बंदा काफी है बिहार में जंगलराज वापस लाने के लिए

PATNA: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता को मजबूत करने की मुहिम में लगे है। इसे लेकर 23 जून को विपक्षी दलों की बैठक पटना में होने जा रही है। पटना में होने वाली विपक्षी दलों की बैठक से पहले सोशल मीडिया पर तेजस्वी यादव का पोस्टर वायरल हो रहा है। जिससे बिहार की राजनीति तेज हो गयी है। 


दरअसल सोशल मीडिया पर मनोज बाजपेयी की फिल्म एक बंदा काफी है की तर्ज पर राष्ट्रीय जनता दल की ओर से कई पोस्टर डिज़ाइन किया गया है जो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। उस पोस्टर में तेजस्वी को बिहार के हीरो के तौर पर पेश किया गया है। हर पोस्टर में अलग-अलग स्लोगन का इस्तेमाल किया गया है। सिर्फ एक बंदा काफी है तानाशाहों से लोकतंत्र बचाने के लिए, सिर्फ एक बंदा काफी है बिहार में 10 लाख नौकरी दिलाने के लिए, सिर्फ एक बंदा काफी है पढ़ाई, कमाई, दवाई, सिंचाई, सुनवाई व कार्रवाई को मुख्य मुद्दा बनाने के लिए।


सिर्फ एक बंदा काफी है ए टू जेड को आगे बढ़ाने के लिए, सिर्फ एक बंदा काफी है भाजपा को नाकों चने चबवाने के लिए, सिर्फ एक बंदा काफी है दो हफ्ते में दो लाख नौकरियां देने के लिए, सिर्फ एक बंदा काफी है फिरकापरस्तों से संविधान को बचाने के लिए, सिर्फ एक बंदा काफी है सरकारी तोतों को उनकी औकात बताने के लिए, सिर्फ एक बंदा काफी है भाजपा को धूल चटाने के लिए। आरजेडी के इस बैनर पोस्टर का जबाब बीजेपी ने दिया है कि बीजेपी ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा है कि सिर्फ एक बंदा काफी है बिहार में जंगलराज वापस लाने के लिए।


इस पोस्टर से यह साफ हो गया कि जदयू और राजद की डील के अनुसार अब नीतीश कुमार केंद्र की राजनीति करेंगे और तेजस्वी बिहार की कमान संभालेंगे। इन पोस्टरों से तो यही लगता है की तेजस्वी ने अन ऑफिशियली बिहार की कमान अपने हाथों में ले लिया है। तेजस्वी के इस पोस्टर पर राजद का कहना है कि नीतीश जी के नेतृत्व में सिर्फ एक ही बंदा काफी है वो है तेजस्वी यादव।


जदयू प्रवक्ता नीरज कुमार का कहना है कि देश की राजनीति में अब नीतीश कुमार का कद काफी बढ़ गया है। आगामी 23 जून को विपक्षी एकता की बड़ी बैठक पटना में होने जा रही है। इसके लिए नीतीश कुमार कई महीनों से काफी मेहनत भी कर रहे है और ये बड़ी बात है कि अब 23 जून को नीतीश कुमार के अगुवाई में 18 विपक्षी पार्टियों के नेता ना केवल एक साथ बैठेगें बल्कि मिशन 2024 के लिए आगे की राजनीति भी तय करेगें जबकि नीतीश कुमार ने स्पष्ट कर दिया है की वो प्रधानमंत्री के उम्मीदवारों के लिस्ट में नहीं है।


वही विपक्षी नेताओं की बैठक को लेकर भाजपा ने कहा है कि नीतीश कुमार पिछले एक महीना से देश के सभी विपक्षी नेताओं के पास चाय पीने जाते थे । अब उन्हें सबको चाय नाश्ता कराने बिहार बुला रहे हैं। इस बैठक में सभी लिट्टी चोखा खाएंगे और इसी बहाने एक बार बिहार घूम भी लेंगे ।


23 जून को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में पटना में विपक्षी दलों की बैठक होने वाली है। इस दिन बीजेपी के खिलाफ सभी विपक्ष एक मंच पर जुटेंगे और विपक्षी एकता का संदेश देंगे। विपक्ष की इस महाबैठक पर बीजेपी ने तंज कसा है। बीजेपी नेता सैय्यद शाहनवाज हुसैन ने पटना में आयोजित इस बैठक में आने वाले नेताओं को साफ तौर पर कहा है कि बिहार आ रहे हैं यहां सिर्फ लिट्टी चोखा मिलेगा वोट नहीं। वोट के लिए तो उम्मीद भी मत कीजिएगा। 


शाहनवाज ने कहा कि राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, अखिलेश यादव कई साल से बिहार नहीं आएं है। बंगाल की सीएम ममता बनर्जी भी बिहार नहीं आती हैं। सब लोग आईए सभी का बिहार में स्वागत है लेकिन यह बात जान लीजिए कि यह बिहार है जहां लिट्टी चोखा के अलावे कुछ भी मिलने वाला नहीं है। वोट की तो सोचिएगा भी नहीं। नीतीश जी भी कई जगह गये है नाना प्रकार के व्यंजन घूम घूम कर खाये है आखिर कही जाकर खाएंगे तो आपकों खिलाना भी पड़ेगा। 


उन लोगों को यहां पर लंच होगा बढ़िया खाना मिलेगा। बढ़िया बढ़िया बात होगी। बढ़िया बढ़िया सपने देखेंगे। अच्छे ख्वाब आएंगे उनकों लेकिन सारे सपने अधूरे रहेंगे और अधूरे ख्वाब देखकर जाएंगे। बिहार के अंदर बीजेपी 40 में 40 सीट जीतेगी। सीताजी की भूमि बिहार में 40 की 40 और जहां राम जन्म भूमि हैं उत्तर प्रदेश में वहां 80 की 80 सीट नरेंद्र मोदी की झोली में डालने है।


वही जीतन राम मांझी के महागठबंधन से खुद को अलग करने पर शाहनवाज ने कहा कि एक तरफ नीतीश कुमार विपक्षी एकता की बात कर रहे हैं वही दूसरी तरफ महागठबंधन की नाव से मांझी कूद गये हैं ऐसे में जब नाव में मांझी ही नहीं रहेगा तो नाव डूबेगा ही ना। पिछले चुनाव में आरजेडी को मिला था जीरो और आरजेडी बड़ी बड़ी बात कर रही है। 2014 में नीतीश को मिली थी दो सीट वो भी बड़ी बड़ी बात कर रहे हैं। जो लोग पटना में इकट्ठे हो रहे हैं वे सिर्फ बिहार देखने आ रहे हैं। बहुत दिनों से ये लोग बिहार नहीं आए हैं। 23 जून को बिहार घूमने आ रहे हैं। ये लोग आएंगे हाथ में हाथ उठाकर फोटो खिचाएंगे लेकिन इससे कुछ होने वाला नहीं है क्यों कि एक बार फिर मोदी सरकार। 


सबसे पहले राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा था कि 2023 में नीतीश कुमार देश की राजनीति में जायेगें और बिहार की कमान तेजस्वी के हाथों में होगी। उस वक्त इसका पुरजोर विरोध हुआ था लेकिन अब धीरे-धीरे ऐसा लग रहा है की जदयू और राजद के अंदर जो डील हुई है उसका संकेत अब धरातल पर दिखनी शुरू हो गई है लेकिन बीते मंगलवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अचानक  चेन्नई दौरे को स्थगित कर दिया जो कई सवाल खड़े कर रहे हैं। राजद के जारी पोस्टर पर बीजेपी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि बिहार में जंगलराज लाने के लिए सिर्फ एक बंदा ही काफी है। बिहार में अब पोस्टर को लेकर राजनीति शुरू हो गयी है।