भारतीय वैक्सीन पर नहीं है तेजस्वी और तेजप्रताप यादव को भरोसा, स्पूतनिक का लिया पहला डोज

भारतीय वैक्सीन पर नहीं है तेजस्वी और तेजप्रताप यादव को भरोसा, स्पूतनिक का लिया पहला डोज

PATNA : इस वक्त एक ताजा खबर पटना से सामने आ रही है. बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव ने कोरोना की वैक्सीन ले ली है. दोनों नेताओं ने स्पूतनिक वी का पहला डोज पटना के मेदांता अस्पताल में लिया है. कोरोना की वैक्सीन नहीं लेने के कारण कई दिनों से लगातार सत्ता पक्ष के लोग इनके ऊपर निशाना साध रहे थे. 


बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव के दोनों बेटों ने पटना के मेदांता हॉस्पिटल में कोरोना की वैक्सीन ली है. शुरूआती जानकारी के मुताबिक दोनों भाइयों को स्पूतनिक वी का पहला डोज दिया गया है. बिहार में मेदांता ऐसा पहला अस्पताल है, जहां विदेशी वैक्सीन लोगों को दी जा रही है. गौरतलब हो कि बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेज प्रताप यादव और उनके छोड़े भाई तेजस्वी यादव वैक्सीन को लेकर लगातार सवाल उठाते रहे हैं. हाल ही में वैक्सीन ड्राइव को लेकर भी इन्होंने सरकार पर निशाना साधा था. जिसको लेकर बीजेपी के नेता ये कहकर पलटवार कर रहे थे कि तेजस्वी और तेजप्रताप खुद क्यों नहीं कोरोना की वैक्सीन ले रहे हैं. क्या उन्हें कोरोना की वैक्सीन पर भरोसा नहीं है.



भाजपा और सत्ताधारी दल के अन्य नेताओं के निशाने पर आने के बाद आखिरकार बुधवार को तेजस्वी यादव और तेजप्रताप यादव ने कोरोना का टीका ले लिया. दोनों भाई एकसाथ कोविड-19 का टीका लेने पहुंचे हैं. आपको बता दें कि बीजेपी के राज्यसभा सांसद और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बीते शुक्रवार को तेजस्वी पर हमला करते हुए कहा था कि "नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कोरोनारोधी वैक्सीन नहीं लेने का बयान देकर अपनी राजनीतिक मंशा को स्पष्ट कर दिया है। दरअसल राहुल गांधी के शागिर्द तेजस्वी यादव व अन्य विपक्षी दलों का राजनीतिक एजेंडा टीकाकरण के महाभियान को विफल साबित कर केंद्र सरकार को बादनाम करना मात्र है।"


उन्होंने कहा था कि "छपरा जैसी एक-दो चुनिंदा मानवीय भूल की घटनाओं को आधार बना कर सरकार को कोसने वाले नेता प्रतिपक्ष को बताना चाहिए छह महीने से चल रहे टीकाकरण अभियान के दौरान क्या एक दिन भी किसी वैक्सिनेशन सेंटर पर गए हैं? अब तक अपने माता-पिता को वैक्सीन क्यों नहीं लगवाए? पूरे देश में 30 करोड़ और बिहार में अब तक डेढ़ करोड़ से अधिक लोगों को टीका लगाए जा चुके हैं। डॉक्टर्स और चिकित्सा विज्ञानियों की राय में कोविड जैसी महामारी से बचाव में वैक्सीन सबसे कारगर है। मगर दुर्भाग्य है कि विपक्ष अभी भी टीकाकरण को लेकर संजीदा नहीं है।"


लालू परिवार को अक्सर निशाने पर लेने वाले बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी ने ये भी कहा कि "कोरोना की दूसरी लहर के दौरान जब लोग तेजी से संक्रमित हो रहे थे और सरकार युद्धस्तर पर जांच, टीकाकरण और लॉकडाउन का पालन करा कर जीवन बचाने में लगी थी, तब राजद के राजकुमार बिहार से बाहर रह कर सोशल मीडिया पर केवल अनर्गल आरोप लगा रहे थे या अपने सरकारी आवास में अस्पताल खोलने का नाटक  कर रहे थे। वे जब स्वयं वैक्सीन लेने को अब भी तैयार नहीं हैं, तब टीकाकरण पर उन्हें कुछ भी बोलने का अधिकार नहीं। लालू परिवार गरीबों को टीका लेने से रोकने के दुष्प्रचार की बड़ी साजिश का हिस्सा है।"