तेजस्वी और चिराग की मुलाकात आज, राबड़ी आवास जाएंगे LJP अध्यक्ष

तेजस्वी और चिराग की मुलाकात आज, राबड़ी आवास जाएंगे LJP अध्यक्ष

PATNA : नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव और एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान के बीच आज मुलाकात तो होने वाली है. लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष चिराग पासवान पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के आवास पहुंचेंगे. एलजेपी सूत्रों की मानें तो चिराग पासवान तकरीबन 11 बजे 10 सर्कुलर पहुंचेंगे और तेजस्वी यादव से मुलाकात करेंगे.


बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव से मुलाकात से पहले लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान बिहार के राज्यपाल फागू चौहान से मुलाकात कर सकते हैं. सूत्रों की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक चिराग पासवान सुबह साढ़े दस बजे के करीब राजभवन पहुंच सकते हैं. गवर्नर से भेंट करने के बाद चिराग तेजस्वी से मिलने के लिए रवाना होंगे.


दरअसल चिराग पासवान ने अपने पिता स्वर्गीय रामविलास पासवान की बरसी के मौके पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा में शामिल होने के लिए आमंत्रण पत्र देने जा रहे हैं. इससे पहले चिराग पासवान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस की कार्यकारी अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अपने चाचा और केंद्रीय मंत्री पशुपति कुमार पारस, लोजपा सांसद प्रिंस राज समेत कई नेताओं को आमंत्रित कर चुके हैं. 


गौरतलब हो कि लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान 12 सितंबर को अपने पिता रामविलास पासवान की बरसी मनाने जा रहे हैं. बीते साल 8 अक्टूबर को रामविलास पासवान का निधन हो गया था. लेकिन हिंदू कैलेंडर के मुताबिक उनके पिता की बरसी 12 दिसंबर को है.


चिराग पासवान ने बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को भी बरसी के मौके पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा के लिए आमंत्रित किया है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को भी चिराग पासवान ने आमंत्रण दिया है. इसके अलावे बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी चिराग पासवान न्योता देने वाले हैं. एलजेपी सूत्रों की मानें तो चिराग पासवान ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मुलाकात का वक्त मांगा है. फिलहाल उन्हें मुख्यमंत्री से समय मिलने का इंतजार है. समय मिलते ही वह नीतीश कुमार से मुलाकात कर उन्हें भी आमंत्रित करेंगे.


चिराग ने मंगलवार को कहा कि 12 जनपथ पर दिवंगत पिता रामविलास पासवान तीन दशक से अधिक समय तक रहे थे इसी को ध्यान में रखकर उनकी प्रतिमा स्थापित की गई है जो कि पार्टी के प्यार का प्रतीक है. चिराग ने कहा कि एक सांसद होने के नाते वह ऐसा कुछ नहीं करेंगे जिसे अतिक्रमण समझा जाए या कानून का किसी तरह का उल्लंघन हो.


उन्होंने कहा कि सरकारी नियम किसी सरकारी आवास को किसी संग्रहालय या स्मारक में तब्दील करने की अनुमति नहीं देते, अभी सरकार ने मुझे यहां रहने की अनुमति दी है. जहां भी वैकल्पिक व्यवस्था की जाएगी, इसे वहां इस प्रतिमा को स्थानांतरित कर दिया जाएगा.