नीतीश सरकार का एक और बड़ा फैसला, अब सभी जिलों में खुलेगा पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय स्कूल

नीतीश सरकार का एक और बड़ा फैसला, अब सभी जिलों में खुलेगा पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय स्कूल

PATNA : महिला सशक्तिकरण के लिए पहले से प्रतिबद्ध नीतीश सरकार ने बालिकाओं के लिए एक और बड़ा कदम उठाया है। स्कूली छात्राओं के लिए बड़ा फैसला करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अब राज्य के सभी जिलों में पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय स्कूल खोलने का फैसला किया है। इसके साथ ही साथ मुख्यमंत्री ने जननायक कर्पूरी ठाकुर कल्याण छात्रावास के निर्माण कार्य में तेजी लाने का भी निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को कई निर्देश दिए हैं।


समीक्षा बैठक के दौरान सीएम नीतीश ने कहा कि अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण छात्रावासों, जननायक कर्पूरी ठाकुर कल्याण छात्रावासों, प्राक् परीक्षा प्रशिक्षण केंद्रों, अन्य पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय प्लस टू उच्च विद्यालयों, अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति छात्रावासों के साथ-साथ सभी अल्पसंख्यक छात्रावासों में प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी के लिए ऑन लाइन क्लास-कोचिंग की सुविधा प्रारंभ की जायेगी. इसके लिए सभी व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश सीएम ने दिया। उन्होंने कहा कि जानकारी दी गई है कि मुख्यमंत्री अत्यंत पिछड़ा वर्ग सिविल सेवा प्रोत्साहन योजना से छात्र-छात्राएं काफी लाभान्वित हो रहे हैं, यह खुशी की बात है। राज्य के सभी जिलों में इंजीनियरिंग कॉलेज खोले जा रहे हैं, कई मेडिकल कॉलेज भी खोले जा रहे हैं ताकि यहां के छात्र/छात्राओं को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में सहूलियत हो ।


बैठक में उप मुख्यमंत्री-सह-पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की मंत्री  रेणु देवी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण, विकास आयुक्त आमिर सुबहानी, अपर मुख्य सचिव शिक्षा संजय कुमार, अपर मुख्य सचिव वित्त एस० सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के सचिव पंकज कुमार, बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक पंकज कुमार पाल, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के विशेष सचिव वीरेन्द्र प्रसाद यादव एवं मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह उपस्थित थे।