रूपेश हत्याकांड : पटना पुलिस ने कोर्ट को सौंपी केस डायरी, आरोपी रितुराज की जमानत याचिका पर 15 मार्च को सुनवाई की उम्मीद

रूपेश हत्याकांड : पटना पुलिस ने कोर्ट को सौंपी केस डायरी, आरोपी रितुराज की जमानत याचिका पर 15 मार्च को सुनवाई की उम्मीद

PATNA : इंडिगो के एयरपोर्ट के स्टेशन मैनेजर रूपेश सिंह हत्याकांड में पुलिस ने पटना सब जज-4 की कोर्ट में केस डायरी जमा कर दी है. रूपेश हत्याकांड में पुलिस की तरफ से मुख्य आरोपी बनाए गए ऋतुराज की जमानत याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने पटना पुलिस से केस जारी जमा करने के लिए कहा था हालांकि 2 तारीख को पर कोर्ट के अंदर केस डायरी सबमिट नहीं की जा सकी थी, जिसके बाद 10 मार्च को सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कड़े तेवर अपनाते हुए पुलिस को केस डायरी जमा करने का निर्देश दिया था.


आज पटना सब जज-4 की कोर्ट में पुलिस की तरफ से रूपेश हत्याकांड की केस डायरी जमा कर दी गई. आरोपी ऋतुराज के वकील सूर्य प्रकाश सिंह के मुताबिक अगली तारीख 15 मार्च को पड़ने की उम्मीद है. अब पुलिस की तरफ से जमा की गई केस डायरी के ऊपर कोर्ट में बहस होगी. इसके पहले राज्य की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान वकील सूर्य प्रकाश सिंह यह सवाल खड़ा कर चुके हैं कि 2 फरवरी को ऋतुराज की गिरफ्तारी हुई थी. पुलिस ने 3 फरवरी को इस मामले का खुलासा किया लेकिन इस खुलासे के 12 दिन बाद अभियुक्त को रिमांड पर लिया गया. 


आपको याद दिला दें कि पटना पुलिस ने रूपेश हत्याकांड का खुलासा करते हुए यह दावा किया था कि और रोडवेज की एक मामूली सी घटना को लेकर ऋतुराज ने रूपेश सिंह की हत्या कर दी थी. रूपेश हत्याकांड के आज 2 महीने पूरे हो चुके हैं. 12 जनवरी को रूपेश की हत्या उस वक्त कर दी गई थी, जब वह अपनी ड्यूटी पूरी कर पुनाइचाक स्थित अपने अपार्टमेंट पहुंचे थे. अपार्टमेंट के गेट के सामने अपराधियों ने उन पर गोलियां बरसा दी थी.


पटना पुलिस ने इस मामले में अब तक केवल एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. बाकी के तीन आरोपी घटना के 2 महीने बाद भी अब तक घटना पुलिस के पकड़ से बाहर हैं. रुपेश के परिजन इंसाफ के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिल चुके हैं. लेकिन मुख्यमंत्री की तरफ से दिया गया भरोसा भी अब टूट चुका है. 7 फरवरी को रूपेश के परिजनों ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की थी. लेकिन अब परिवार वालों का धैर्य भी जवाब दे रहा है. उन्होंने इस केस को सीबीआई को सौंप दिए जाने की मांग रखी है. उधर शुरुआती तेजी के बाद पटना पुलिस की रफ्तार इस हाईप्रोफाइल मर्डर केस में बेहद सुस्त दिख रही है.