PATNA : बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार की नजदीकी की खबरों के बीच एक बाऱ फिर 'बेरोजगारी हटाओ यात्रा' की राह फिर पकड़ ली है। अपनी मां राबड़ी देवी का आशीर्वाद लेकर फिर से बेरोजगारी हटाओ यात्रा पर निकल चुके हैं। राबड़ी देवी ने उन्हें यात्रा पर निकलने से पहले विदाई दी है। कल से उनकी यात्रा का अगला चरण शुरू हो रहा है।
कल यात्रा के दूसरे चरण में तेजस्वी यादव कल गया के शेरघाटी में होंगे। वहीं इसके बाद एक मार्च को पूर्वी चंपारण में तेजस्वी यादव की जनसभा होगी। बिहार में 7 महीने के बाद विधानसभा चुनाव होने हैं, युवाओं में बेरोजगारी की समस्या को मुद्दा बनाकर तेजस्वी यादव बिहार का दौरे पर निकले हैं। तेजस्वी अगले कुछ हफ्तों में प्रदेश के सभी जिलों का दौरा करेंगे और हर जिले में बेरोजगारी की समस्या को लेकर दो सभाएं करेंगे।
इससे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने रविवार को वेटनरी कॉलेज मैदान से बेराजगारी के खिलाफ संघर्ष का ऐलान किया था। बेरोजगारी हटाओ यात्रा की शुरुआत करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार यदि युवकों को रोजगार दे दे तो वह अपनी यात्रा रोक सकते हैं। हमारी सरकार बनी तो सभी बहाली में प्रदेश के युवकों के लिए 85 प्रतिशत सीटें आरक्षित होंगी। वहीं तेजस्वी यादव ने पार्टी जनों के लिए भी संदेश दिया। कहा कि आगे बढ़ाना है तो सुदामा का पैर धोना और राम बनकर शबरी का बेर खाना सीखना होगा।
हालांकि तेजस्वी के यात्रा पर निकलने से पहले बिहार की सियासत में बड़ा खेल देखने को मिला। विधानसभा में आज फिर से तेजस्वी यादव और नीतीश कुमार के बीच बंद कमरे में बातचीत हुई। इसके बाद मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी ने कहा कि बिहार में सरकार को अस्थिर नहीं होने देंगे। कुछ दिनों पहले तक नीतीश को खुलकर कोसने वाले तेजस्वी यादव उनसे फिर से तालमेल के सवाल को टाल गये। इशारा साफ था RJD और JDU के बीच खिचड़ी पकने लगी है।